राजधानी पटना से करीब 70 किलोमीटर दूर हाजीपुर में हथियारबंद भीड़ ने अचानक पुलिस टीम पर ही हमला बोल दिया। भीड़ के इस हमले में सदर थाना के थानाध्यक्ष सहित चार लोग घायल हो गए। सभी का इलाज सदर अस्पताल में कराया गया है। पुलिस इलाके के चांदी गांव में क्रिकेट मैच को लेकर हुए हंगामे के बाद सड़क जाम करने वाले लोगों को समझने पहुंचे थे, वो अभी बात कर ही रहे थे की क्षेत्र के चांदी गांव में सड़क करने वाले लोगों ने हमला कर दिया।
मौके पर पहुंचे वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, थानाध्यक्ष रोहन कुमार अपने साथ सब इंस्पेक्टर सीबी शुक्ला, सब इंस्पेक्टर पुष्पा कुमारी और सिपाही मणिभूषण कुमार क्षेत्र में घूम रहे थे। उन्हें पीसीआर पर हाजीपुर-लालगंज मुख्य मार्ग पर चांदी गांव में हंगामे की खबर मिली और वो पूरे टीम के साथ वहां पहुंचे। तभी इन्होंने देखा कि कुछ लोग सड़क जाम किए हुए हैं। गाड़ी रोककर सभी नीचे उतरे और जानकारी लेने का प्रयास करने लगे कि आखिर लोगों ने जाम लगाया है। अभी कुछ लोगों से इस संबंध में जानकारी ले ही रहे थे कि अचानक 50 की संख्या में पहुंचे लोगों ने हमला बोल दिया। हमलावरों के हाथ में लाठी, डंडा, बांस और बल्ली था। अचानक हुए इस हमले में थानाध्यक्ष सहित चार पुलिस पदाधिकारियों को चोट लगी।
भीड़ के हमला बोलने के बाद पुलिसकर्मियों के पास घटनास्थल से भागने के अलावा कोई चारा नहीं था। सभी घायल सदर अस्पताल पहुंचाया गया। घटना कि सूचना पर नगर थानाध्यक्ष अंजनी कुमार भी दलबल के साथ सदर अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में इलाज के बाद चारों घायल पुलिसकर्मियों को डॉक्टर ने छोड़ दिया।
जानकारी के मुताबिक, चांदी गांव में मंगलवार को क्रिकेट खेलने के दौरान बच्चों के बीच विवाद हुआ था। इसी विवाद में मारपीट हो गई थी। मारपीट के दौरान ही स्टंप से प्रिंस कुमार नामक एक नाबालिग बच्चे को मारकर किसी ने घायल कर दिया।विकेट की चोट से घायल बच्चे का इलाज पहले हाजीपुर के प्राइवेट अस्पताल में हुआ, लेकिन गंभीर स्थिति देख डॉक्टर ने इसे पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया। इलाज के दौरान ही पटना में गुरुवार के सुबह बच्चे की मौत हो गई। मौत की सूचना पर लोग आक्रोशित हो गए और हाजीपुर-लालगंज मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। इसी जाम को देख सदर थानाध्यक्ष जामस्थल पर रुके थे और इसी दौरान हमलावरों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया।