यदि आप अपने कम्प्यूटर/लैपटॉप की सुस्त स्पीड से परेशान है तो कुछ टिप्स पढ़िए जो आपके कम्प्यूटर को फॉस्ट बनाएंगे.
- एंटी वायरस सॉफ्टवेयर-कम्प्यूटर में इंटरनेट और यूएसबी ड्राइव्स से सबसे अधिक वायरस आता है. हम जान नहीं पाते कि हमारे सिस्टम में कब वायरस आ गया और सिस्टम को स्लो कर खराब करना शुरू कर देता है. इससे बचने के लिए हमें अपने कम्प्यूटर में एंटी वायरस सॉफ्टवेयर हमेशा इंस्टॉल रख चाहिए. साथ ही एंटी वायरस को अपडेट भी करते रहना चाहिए, क्योंकि अगर एंटी वायरस सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं होगा तो वो काम करना भी बंद कर देता है. बहुत लोग एंटी वायरस को अपडेट करना भूल जाते है, इसलिए आज कल तो ज्यादातर कंपनियां एंटी वायरस सॉफ्टवेयर में ऑटो अपडेट का ऑप्शन देती हैं. इस ऑप्शन से जब भी आपके एंटी वायरस में कोई अपडेट आएगा तो इंटरनेट के सहयोग से सॉफ्टवेयर ऑटोमेटिकली अपडेट होना शुरू हो जाएगा.
- डिस्क क्लीन अप-जब हम इंटरनेट का प्रयोग करते हैं, तो हमारे कम्प्यूटर में बहुत सारी ऐसी अनचाही फाइल्स सेव हो जाती हैं, जिनके बारे में हमें पता नहीं होता. ऐसी फाइल्स कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क में पड़ी रहती हैं और कम्प्यूटर को स्लो करती रहती है. इन फाइलों में टेम्पररी फाइल्स, कैच, जैसी फाइलें होती है. इन फाइलों को डीलीट करने के लिए कम्प्यूटर में जा कर सी ड्राइव पर राईट क्लीक कर उसकी प्रॉपर्टीज में जा कर जनरल सेटिंग्स में जाना होता है वहां पर डिस्क क्लीन अप का ऑप्शन आएगा. इस ऑप्शन पर क्लिक करें उसके बाद कम्प्यूटर की सारी अनचाही फाइलों के फोल्डर खुल जाएंगे और उनको सेलेक्ट कर डीलीट करें. ऐसा करने से हार्ड डिस्क में पड़ी सभी बेकार और गैर जरूरी अनचाही फाइलें डीलीट हो जाएगी और सिस्टम की स्पीड बढ़ जाएगी.
- रीसायकल बिन-जब घर में कूड़ा हो जाता है, तो हम उसे कूड़े वाले को दे देते हैं, लेकिन हम अपने कम्प्यूटर में अक्सर फाइल्स डीलीट तो कर देते हैं, लेकिन उसे रीसायकल बिन से डीलीट करना भूल जाते हैं इससे वो फाइल्स हमारे सिस्टम में पड़ी रहती है. रीसायकल बिन से फाइल्स डीलीट होने के बाद ही असल में फाइल कम्प्यूटर से डीलीट होती है. रीसायकल बिन से फाइल्स हटाने का एक दम सरल तरीका है बस माउस को डेस्कटॉप पर दिख रहे रीसायकल बिन के आईकन पर ले जाएं और राईट क्लिक कर एम्प्टी रीसायकल बिन पर क्लिक करें, ऐसा करने से यस और नो का ऑप्शन आएगा जिस पर यस करते ही कम्प्यूटर से फाइल्स परमानेंटली डीलीट हो जाएगी.
- अनइनस्टॉल करें गैरजरूरी प्रोग्राम-अपने सिस्टम से उन प्रोग्राम को डीलीट करें जिनकी आपको आवश्यकता नहीं है. स्टार्ट बटन पर जा कर कंट्रोल पैनल पर जाएं और फिर केटेगरी सेलेक्ट कर प्रोग्राम्स पर जाएं. उसके बाद अनइनस्टॉल ऐ प्रोग्राम पर जाएं और जो आपके उपयोग का प्रोग्राम नहीं है उसे डीलीट करें. ऐसा करने से आपकी हार्ड डिस्क में जगह घेर रहें प्रोग्राम डीलीट हो जाएंगे और आपकी हार्ड डिस्क में जगह बढ़ जाएगी.
- डीफ्रैग्मेंट डिस्क- हमारे कम्प्यूटर में कई फाईलें असंतुलन (डिसऑर्डर) तरीके से सेव होने लगती है. डीफ्रैग्मेंटेशन इन फाईलों को एक साथ लगा कर ऑर्डर में ले आती है और हार्ड डिस्क का स्पेस बढ़ जाता है. इसके लिए स्टार्ट में जाकर ऑल प्रोग्राम्स पर जाएं फिर ऐससरी पर जा कर सिस्टम टूल्स पर जाएं, फिर डिस्क डीफ्रैग्मेंटर पर जाएं उसके बाद डीफ्रैग्मेंट डिस्क पर क्लिक करें और फिर सारी फाइलें ऑर्डर में आ जाएंगी.
- अपनी रैम चैक करें-इन सबके बाद भी अगर आपके कम्प्यूटर की स्पीड ना बढ़े तो आप अपने सिस्टम की रैम चैक करें. रैम चैक करने के लिए कम्प्यूटर में सिस्टम प्रॉपर्टीज पर जाकर रैम देख सकते हैं. अगर आप जब भी कोई एप्लीकेशन चलाते है और तब कम्प्यूटर स्लो हो जाता है, तो आपकी रैम में खराबी हो सकती है. लेकिन अगर कम्प्यूटर स्टार्ट करते हुए या बंद करते हुए स्लो चलता है, तो आपकी रैम ठीक हो सकती है जबकि कम्प्यूटर में कोई अन्य खराबी हो सकती है. नई रैम लेने से पहले एक बार अपने कम्प्यूटर की कॉन्फिगरेशन जांच लें या कम्प्यूटर इंजीनियर की सहायता लें और अपने सिस्टम से जुड़ी जानकारी दुकानदार को बताकर ही रैम लें.
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