उत्तर प्रदेश के गोंडा जिला का नाम जल्द ही राष्ट्रीय स्तर पर नजर आएगा. यहां के उपभोक्ताओं को समय पर गैस उपलब्ध हो जाए. इसके लिए गोंडा के जिलाधिकारी द्वारा ई-गर्वनेंस के माध्यम से ईजी गैस सॉफ्टवेयर विकसित कराया गया है, जो अपने आप में अनोखा होगा. गोंडा के जिलाधिकारी डॉ. रोशन जैकब का कहना है कि कम्प्यूटराइज्ड सिस्टम लागू होने से योजनाओं की ऑनलाइन समीक्षा आसान हो जाएगी. साथ ही इसमें कम्प्यूटराइज्ड दस्तावेज से छेड़छाड़ की संभावना कम रहती है. उन्होंने पिछले साल राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के माध्यम से ईजी गैस नामक सॉफ्टवेयर विकसित कराया है.
नई व्यवस्था के तहत सभी गैस एजेंसियों को ऑनलाइन करते हुए सभी उपभोक्ताओं का पूरा विवरण कम्प्यूटर में दर्ज करवाया गया. वहीं, दूरदराज के क्षेत्रों में बैठे उपभोक्ताओं को सुविधा दी गई कि वे न्याय पंचायत स्तर पर खोले गए 186 लोकवाणी केंद्रों के माध्यम से मात्र दस रुपये में ऑनलाइन गैस की बुकिंग करवाकर रसीद प्राप्त करें. इस रसीद में बुकिंग और उपभोक्ता से संबंधित पूरा विवरण दर्ज होता है.
सात दिनों के अंदर मिलेगी गैस
किसी भी बुकिंग के बाद एजेंसियों को सात दिनों के अंदर गैस सिलेंडर मुहैया करने की अनिवार्यता रखी गई है. यदि किसी उपभोक्ता को तय समय के अंदर सिलेंडर नहीं मिल पाता है तो वह बुकिंग डिफॉल्टर की सूची में दर्ज हो जाती है. ईजी गैस के सॉफ्टवेयर पर एजेंसीवार कुल बुकिंग, कुल डिलेवरी और डिफॉल्टर की अलग-अलग सूचना खुद ही अपडेट होती रहती है.
इस व्यवस्था के लागू होने से गैस की किल्लत से जूझ रहे उपभोक्ताओं को काफी राहत मिली है. साथ ही कोई भी बड़ा अधिकारी कम्प्यूटर पर चंद मिनटों में ही जिले की सभी 11 गैस एजेंसियों द्वारा बुकिंग और वितरण की समीक्षा कर सकता है.
डिफॉल्टर पाए गए तो जवाब-तलब
ईजी गैस में यदि किसी एजेंसी के डिफॉल्टरों की संख्या बढ़ती है तो जिम्मेदार अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगने की व्यवस्था की गई है. खास बात यह है कि एक बार बुकिंग होने पर जब तक उपभोक्ता को गैस सिलेंडर नहीं मिलता, तब तक उसका नाम डिफॉल्टर की सूची में बना रहता है.
इस तरह सिलेंडरों की संख्या घटाने या खत्म करने के लिए प्रत्येक एजेंसी के लिए यह आवश्यक हो जाता है कि वह बुकिंग के सात दिन के अंदर उपभोक्ता को सिलेंडर उपलब्ध करा दें.
124 लाख डॉलर में बिकी पेंटिंग
चीन में एक पेन्टर द्वारा बनाई गई पेंटिंग ने नीलामी का नया रिकॉर्ड बनाया है. चीन के पिकासो के नाम से मशहूर पेंटर जोऊ वू की बनाई पेंटिंग ने नीलामी में नया रिकॉर्ड कायम किया. उनकी पेटिंग 124.7 लाख डॉलर में नीलाम हुई. अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित सोथिबे कंपनी ने पेंटिंग की नीलामी कराई थी. झांग जियाजुन ने पेंटिंग को खरीदा है, जो चीन के शांक्सी प्रांत का मशहूर कोयला व्यापारी है. जोऊ को अनोखे और आकर्षक कलाकृतियों के निर्माण के लिए जाना जाता है. जोऊ ने इससे पूर्व अपनी एक पेंटिंग की कीमत 62 लाख डॉलर रखी थी, हालांकि वह इसे बेच पाने में सफल नहीं हुए थे, लेकिन उनकी इस खूबसूरत पेंटिंग को कदरदान मिल गया और ये पूरे 124 लाख डॉलर में बिकी.
ज़रा हट के : अनोखा है यह रसोई गैस बुकिंग मॉडल
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