पटना के जाने माने गणितज्ञ आनंद कुमार इन दिनों विवादों से घिर गए हैं. बता दें कि आनंद कुमार गरीब बच्चों को आईआईटी कोचिंग देते हैं. आनंद कुमार की इसी बात से इंस्पायर होकर अभिनेता ह्रितिक रोशन उनकी बायोपिक फिल्म में काम कर रहे हैं. अब विवादों को देखते हुए ऐसा लगा रहा है कि इस फिल्म पर भी संकट मंडराने लगा है.
बता दें कि संस्थान के छात्र ही रोज नए खुलासे के साथ सामने आ रहे हैं। नया खुलासा यह है कि संस्थान में नामांकन चाहने वाले चुने गए विद्यार्थियों को आनंद कुमार के ‘सुपर 30’ में एडमिशन के लिए मैसेज मिलता था, लेकिन पटना पहुंचने पर एडमिशन होता था ‘रामानुजम स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स’ में। जब तक विद्यार्थी पूरा मामला समझते थे, देर हो चुकी होती थी।
मध्य प्रदेश के निवासी व आनंद कुमार के छात्र रहे सत्येंद्र कुमार ने यह बड़ा खुलासा किया। उनके अनुसार सुपर 30 के छात्रों की आइआइटी में सफलता के आंकड़ों का सारा गोरखधंधा इसी में निहित है। जेईई-मेन क्वालिफाई करने के बाद ऐसे विद्यार्थियों को सुपर 30 में दाखिला दिया जाता है।
सत्येंद्र के अनुसार दूसरे राज्यों में आनंद सुपर 30 में एडमिशन आइआइटी में नामांकन की गारंटी मानी जाती है। लेकिन,, पटना पहुंचने पर सभी का सामना ‘रामानुजम स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स’ से पहले होता है। सिक्किम के एक छात्र ने नाम नहीं जारी करने के आग्रह के साथ बताया कि उसे भी 2016 में सुपर 30 में एडमिशन के लिए मैसेज मिला था। लेकिन, पटना पहुंचने पर प्रथम वर्ष रामानुजम क्लासेस में रहना पड़ा। अपेक्षा के अनुरूप पढ़ाई नहीं होने के कारण दो माह बाद ही वह पटना से चला गया।
झारखंड निवासी सुपर 30 के 2016 बैच के विद्यार्थी मृत्युंजय राणा की मानें तो आनंद की ऊंची पहुंच के कारण विषम परिस्थितियों के बावजूद छात्र कुछ नहीं बोल पाते थे। लेकिन, अब शोषित छात्र अपनी बात रखने के लिए आगे आ रहे हैं।