पीएम नरेन्द्र मोदी की पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर की गई टिप्पणी से जहां एक तरफ सियासी बवाल मचा हुआ है. तो वहीं दूसरी तरफ एक शख्स ने इस मामले में ‘खून’ से चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर विरोध जताया है. मामला उत्तर प्रदेश के अमेठी का है. जहां मनोज कश्यप नाम के एक युवक ने चुनाव आयोग को खून से चिट्ठी लिखकर पीएम मोदी के खिलाफ आपत्ति दर्ज कराई है. इसके साथ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आपत्तिजनक टिप्पणी करने से रोकने के लिए निर्देश देने की मांग भी की है. इस चिठ्ठी को कांग्रेस के एमएलएसी दीपक सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है.
मिली जानकारी के मुताबिक अमेठी के शाहगढ़ निवासी मनोज कश्यप ने चुनाव आयोग को लिखा है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी से उन्हें काफी कष्ट पहुंचा है. इसके साथ ही उन्होंने ने चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आपत्तिजनक टिप्पणी पर रोक लगाने की मांग की है.
चुनाव आयोग को लिखे गए अपने पत्र में मनोज कश्यप ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की उपलब्धियां गिनाई हैं. इसके साथ ही उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा राजीव गांधी की प्रशंसा किये जाने का भी जिक्र किया है. मनोज कश्यप ने लिखा है कि राजीव गांधी ने 18 साल की उम्र में वोट देने का अधिकार दिया, पंचायती राज व्यवस्था लागू की और देश में कंप्यूटर क्रांति लाये. इस पत्र में उन्होंने यह भी लिखा है कि अमेठी के लोगों में राजीव गांधी का अपनाम करने वालों के लिए वही भाव है, जो उनकी हत्या करने वालों के लिए है. इसके साथ ही उनका कहना है कि राजीव गांधी अमेठी के साथ-साथ देश के लोगों के दिल में बसते हैं.
चुनाव आयोग को लिखे गए अपने पत्र के अंत में मनोज कश्यप लिखते हैं कि मेरे पत्र के इस दर्द का पर राजनीति न की जाए. साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को राजीव गांधी को लेकर विवादित टिप्पणी न करने के सम्बन्ध में निर्देश दिए जाने की बात दोहराई है.
आपको बता दें कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर वन करार दिया था. राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था कि ‘मिस्टर क्लीन’ का जीवनकाल ‘भ्रष्टाचारी नम्बर वन’ के रूप में समाप्त हुआ था.