उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से चौंकाने वाला मामला सामने आया है।जहां तीन नाबालिग लड़को ने एक पांच साल की बच्ची से दुष्कर्म कर झाड़ियों में फेंक दिया था। हैरान करने वाली बात है आरोपी बच्चों की उम्र महज़ 9 से 11 साल के बीच हैं। पुलिस ने तीनों नाबालिगों को अपनी गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही। सभी नाबालिगों को पहले पुलिस ने किशोर न्याय बोर्ड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया है।
मामले की जांच कर रही पुलिस भी खुद हैरान है की तीन नाबालिग लड़के इस तरह कैसे एक वीभत्स घटना को अंजाम दे सकते हैं। वहीं मासूम बच्ची की तबीयत बेहद ही नाजुक है और उसे इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्ची के निजी अंगों से अत्याधिक रक्तस्त्राव के कारण उसकी स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। पुलिस के मुताबिक प्रयागराज शहर के सिविल लाइंस इलाके में एक रिक्शा चालक का परिवार झुग्गी-झोपड़ी में रहता है। परिवार में पति-पत्नी के अलावा पांच साल की बच्ची भी है। रविवार की रात पति ई रिक्शा लेकर रेलवे स्टेशन पर चला गया और पत्नी घर के काम में व्यस्थ हो गयी और फिर पानी लेने के लिये चली गई। जब वह लौटकर घर आई तो उसकी बेटी घर में नहीं थी।
जब बच्ची नहीं मिली तो माँ ने यहां वहां उसे तलाशना शुरू किया। तब तक आस पास के लोग भी जमा हो गए और खोजबीन शुरू की तो बच्ची घर से कुछ दूर पर सुनसान जगह पर मिली। बच्ची बेहोशी की हालत में थी और उसके निजी अंगों से रक्त का रिसाव हो रहा था, फ़ौरन लहूलुहान पड़ी बच्ची को अस्पताल पहुंचाया गया। महिला ने अपने पति और डायल 100 पर सूचना दी तो तुरंत मौके पर पुलिस पहुंची और बच्ची व परिजनों को सिविल लाइंस थाने लेकर पहुंची। जहां से बच्ची को इलाज के लिये डफरिन अस्पताल ले जाया गया।
पीड़ित बच्ची के पिता ने सिविल लाइंस पुलिस को इस घटना को अंजाम देने का शक जताते हुये तहरीर दी और पड़ोसी पिता पुत्र समेत एक युवक को नामजद किया। जिस पर पॉक्सो एक्ट समेत रेप आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया और तत्काल छापेमारी कर उन्हें दबोच लिया। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ के साथ जांच शुरू की तो पता चला घटना को तीन नाबालिगों ने अंजाम दिया है। पुलिस ने पड़ोस के ही रहने वाले तीन बच्चों को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो तीनों ने घटना में शामिल होने की बात कबूल ली।