नई दिल्ली: जहाँ कुछ समय पहले मजदूरों को दस रुपये में सस्ता व पौष्टिक भोजन मिल जाया करता था वहीँ अब ये योजना बंद कर दी गयी है. दरअसल सोमवार को आईआरसीटीसी ने 750 मजदूरों को अंतिम बार भोजन परोसने के बाद योजना से हाथ खींच लिए हैं। साल 2016 में अखिलेश सरकार और भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने मजदूरों और गरीब तबके के लोगों के लिए इस योजना का शुभारम्भ किया था.
इसके तहत आईआरसीटीसी ने देवा रोड स्थित अमृत फूड से खाना तैयार करवाकर कंस्ट्रक्शन साइटों पर पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछले साल 10 मई को लोकभवन में काम कर रहे मजदूरों को भोजन भी परोसने के साथ योजना का उद्घाटन किया था।
आईआरसीटीसी की तरफ से जानकारी दी गयी है कि पिछले साल 17 अप्रैल को राज्य सरकार के साथ किया गया समझौता खत्म हो गया था। इसके बाद सरकार ने योजना तीन महीने और बढ़ाने का आग्रह किया था, जो 17 जुलाई को खत्म हो गया।
सोमवार को वृंदावन, न्यू पुलिस भवन, एचसीएल, कैंसर अस्पताल, डीएलएफ में काम कर रहे 750 मजदूरों को अंतिम बार खाना परोसा गया। इन मजदूरों के लिए मंगलवार से खाने का संकट पैदा हो जाएगा।