लगातार पिछले कुछ दिनों से नाम बदलने का सिलसिला जारी है. कभी इलाहाबाद को प्रयागराज में बदल दिया जाता है. तो कभी फैजाबाद को अयोध्या में अब इसी कड़ी में इतिहासकार इरफान हबीब के बाद एआईएमआईएम के अध्यक्ष असुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को सलाह दी है कि वे अपने नाम कब बदल रहे है.
इसके साथ ही औवेसी ने नाम बदलने के कारण का हवाला देते हुए कहा कि ‘शाह’ शब्द तो ईरानी है. ऐसे में बीजेपी के नेताओं को सबसे पहले अपने अध्यक्ष अमित शाह का नाम बदलना चहिए.
उन्होंने ये भी कहा कि इसकी बानगी पाकिस्तान में देखने को मिल चुकी है. जब पाकिस्तान सिर्फ और सिर्फ इशलामी मूल से संबंधित ही नाम रखे गए थें. इस्लाम को छोड़कर कोई ओर नाम अगर पाकिस्तान में था तो उस हटा दिया गया. अब कुछ ऐसा ही भारत में भी देखने में देखने को मिल रहा है.
इसके साथ प्रख्यात इतिहासकार इरफान हबीब ने कहा कि बीजेपी शाषित सरकार को चहिए कि वे गुजरात का भी नाम बदले, क्योंकि असल में गुजरात भी एक ईरानी मूल शब्द है. असल में इसका असली नाम गुजरातरा बोला जाता था. सरकार को गुजरात का भी नाम बदलना चहिए.