काबुल हवाई अड्डे पर अफगान बलों और अज्ञात हमलावरों के बीच गोलीबारी में एक अफगान सुरक्षा बल का सदस्य मारा गया और तीन अन्य घायल हो गए। इस बीच, अफगानिस्तान से निकाले गए 146 लोग सोमवार सुबह विभिन्न उड़ानों से दिल्ली पहुंचे। संयुक्त राज्य अमेरिका अब तक अफगानिस्तान से 30,000 से अधिक लोगों को निकालने में कामयाब रहा है, जबकि देश में अभी भी फंसे हजारों अमेरिकियों के लिए बचाव अभियान जारी है।

भारत आएंगे तीन गुरु ग्रंथ साहिब भी
हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भारतीय और 46 अफगानी हिन्दुओं और सिख इंतजार कर रहे हैं। इनके पास तीन श्री गुरु ग्रंथ साहिब भी हैं। इन्हें भारतीय वायु सेना के एयरक्राफ्ट की तरफ ले जाया जा रहा है।

पंजशीर में लड़ाई जारी
अफगानिस्तान के 34 में से 33 प्रांत तालिबान के कब्जे में आ गए हैं। रह गया है तो सिर्फ पंजशीर, जिसे कब्जाने के लिए तालिबान और पंजशीर के लड़ाकों के बीच लड़ाई चल रही है। इसे लेकर खबरें आ रही थीं कि पंजशीर के लड़ाकों ने तालिबान पर रास्ते में घात लगाकर हमला किया। इस हमले में तालिबान के 300 लड़ाकों को मार दिया गया है। इस खबर को तालिबाने ने गलत बताया है। तालिबान का दावा है कि उसने पंजशीर के दो जिलों पर कब्जा कर लिया है।

बाइडेन ने कहा- 36 घंटे में 11 हजार लोगों को निकाला
अफगानिस्तान से लोगों को निकाले जाने का सिलसिला जारी है। तालिबान के डर के बीच रोजाना कई देशों के एयरक्राफ्ट लोगों को सुरक्षित स्थानों तक ले जा रहे हैं। रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका ने 36 घंटे में 11,000 लोगों को निकाला है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट पर सेफ जोन बढ़ाया है। इसमें तालिबान ने उनकी मदद की है।

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