भोपाल। कोविड संक्रमण के दूसरे चरण में जारी लॉक डाउन की पाबंदियां तोड़ते लोगों पर कार्यवाही जारी है। करीब सवा दो माह की अवधि में ऐसे लोगों की संख्या तीन हजार से ऊपर पहुंच गया है। इस अवधि में मास्क से गुरेज करने वालों की संख्या तो इससे पांच गुणा अधिक है।

डीआईजी इरशाद वली ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए ये जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि 8 मार्च से शुरू किए गए गए अभियान के दौरान लॉक डाउन के प्रतिबंध तोड़ने वाले 3010 लोगों के खिलाफ भादवि की धारा 188 के तहत कार्यवाही की गई है। वली ने जानकारी देते हुए लिखा है कि इस अवधि में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का उपयोग न करने वाले 16 हजार, 120 लोगों पर पुलिस द्वारा चालानी कार्यवाही की गई है।

सतत जारी है कार्यवाही

शहर में रात्रिकालीन कर्फ्यू, लॉक डाउन और उसके बाद जनता कर्फ्यू को लेकर पुलिस द्वारा सतत निगरानी रखी रखी जा रही है। शहर में 300 से ज्यादा स्थानों पर बेरिकेट्स लगाए गए हैं। सैंकड़ों पुलिस जवान बिना वजह घूमने वालों, मास्क न पहनने वालों और नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।

बन रहे विवाद के हालात भी

पुलिस द्वारा बेरिकेट और अन्य स्थानों पर की जा रही चेकिंग के दौरान विवाद के हालात भी बन रहे हैं। कोलार, भानपुर, काजी कैंप, भारत टाकीज आदि स्थानों पर बड़े विवाद हो चुके हैं। इन मामलों को लेकर डीआईजी इरशाद वली का कहना है कि नियमों का पालन कराना पुलिस का काम है। बिना वजह सड़कों पर निकलने वाले तरह तरह के बहाने बनाते हैं और इसको लेकर विवाद की स्थिति बनती है। वे कहते हैं कि कई मामलों में पुलिस ने अपनी गलती को स्वीकार भी किया है और की गई कार्यवाही को रद्द किया है। डीआईजी कहते हैं कि महामारी के इस दौर में सबको नियमों का पालन करना चाहिए और पुलिस की कार्यवाही में सहयोग करना चाहिए।

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