देश में आधार डेटा चोरी होने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. एक तरफ जहां सरकार आधार डेटा सुरक्षित होने का दावा करते नहीं थकती, वहीं एजंसियों के नाक के नीचे से लोगों के आधार डेटा पर हाथ साफ़ किया जा रहा है. ताजा मामला इंडेन गैस से जुड़ा हुआ है. एक फ्रेंच सिक्योरिटी रिसर्चर ने दावा करते हुए कहा है कि इंडेन ने लगभग 67 लाख ग्राहकों का आधार डेटा लीक किया है.
दरअसल फ्रेंच सिक्योरिटी रिसर्चर बेपटिस्ट रॉबर्ट ने इंडेन गैस से जुड़े ग्राहकों का आधार डेटा लीक होने का दावा किया है. उन्होंने अपने एक पोस्ट में इंडेन गैस की वेबसाइट के जरिए उसके 67लाख ग्राहकों की आधार डिटेल्स लीक होने की बात कही है. बेपटिस्ट रॉबर्ट के मुताबिक इसमें ग्राहकों के नाम, पता, मोबाइल नंबर और आधार नंबर की पूरी जानकारी शामिल हैं.
इलियट एल्डरसन के नाम से ट्विटर हैंडल पर मौजूद बेपटिस्ट रॉबर्ट पहले भी आधार से जुडी जानकारियों के लीक होने के मामलों को उजागर कर चुके हैं. उनका कहना है कि उन्होंने कस्टम बिल्ट स्क्रिप्ट के जरिए इंडेन गैस 11,000 डीलर्स के पास मौजूद 67 लाख ग्राहकों काआधार डेटा हासिल किया है . हालांकि इंडेन ने बाद में उनके आईपी एड्रेस को ब्लॉक कर दिया. लेकिन तब तक उनके पास लगभग 58 लाख इंडेन ग्राहकों का डेटा पहुंच चुका था. रॉबर्ट ने इस डेटा लीक से तक़रीबन 5,826,116 इंडेन ग्राहकों के प्रभावित होने की बात कही है.
वैसे यह कोई पहला मामला नहीं है जब आधार डिटेल्स लीक होने को लेकर इंडेन सुर्ख़ियों में आई हो. इसके पहले भी मार्च 2018 में भी इंडेन के ग्राहकों की आधार डिटेल्स लीक हुई थी. इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन के मालिकाना हक वाली इंडेन के देशभर में 9 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं. हीं दूसरी तरफ इंडेन और यूआईडीएआई ने अभी तक इस मामले को लेकर कोई भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.
कुछ दिन पहले ही एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि झारखंड सरकार ने अपने हजारों मजदूरों का आधार डाटा सरकारी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दिया है,