भोपाल। विज्ञान के प्रति युवाओं को आकर्षित करने विज्ञान भारती गोवा की राजधानी पणजी में एक अंतरराष्ट्रीय आयोजन कर रहा है। पराए परदेस में इस महत्वाकांक्षी आयोजन का शुभारंभ करने पहुंचे मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा उस समय भावविभोर हो उठे, जब उन्हें इस आयोजन में बड़ी संख्या में प्रदेश के प्रतिभागी नजर आए।
शुक्रवार को गोवा पहुंचे मंत्री सकलेचा ने प्रदेश के प्रतिभागियों से मुलाकात की और उन्हें प्रदेश की पहचान, उपलब्धि, योग्यता पर मुबारकबाद दी। सकलेचा ने सभी प्रतिभागियों से कहा कि उनकी ये रचना, आविष्कार और उपस्थिति प्रदेश विज्ञान को एक नया आयाम देगी। गोवा पहुंचे मंत्री सकलेचा के साथ पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ एम रवि चंद्रन, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के उज्जैन जिला अध्यक्ष फैजान खान समेत कई अधिकारी और भाजपा साथी मौजूद थे।
क्या है कार्यक्रम
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा आयोजित विज्ञान का महाकुंभ कहे जाने वाले इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (आईआईएसएफ)-2021 का आयोजन 10 दिसंबर से हुआ है। ये 13 दिसंबर तक जारी रहेगा।
यह आईआईएसएफ का 7वाँ संस्करण है, जो कोरोना के प्रकोप को देखते हुए हाइब्रिड (ऑनलाइन एवं ऑफलाइन) रूप में गोवा की राजधानी पणजी में आयोजित किया जा रहा है।
विज्ञान भारती का सहयोग
आईआईएसएफ-2021 का आयोजन विज्ञान भारती (विभा) के सहयोग से एमओईएस, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी), वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
फायदा ये होगा
विज्ञान को लोकप्रिय बनाने की दिशा में काम करने वाले हितधारकों की नेटवर्किंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ष 2015 से प्रत्येक वर्ष आईआईएसएफ का आयोजन किया जाता है। विज्ञान के इस महोत्सव में वैज्ञानिक, प्रौद्योगिकीविद, शोधार्थी, छात्र और नवोन्मेषकों की भागीदारी प्रमुख रूप से होती है।
आईआईएसएफ-2021 की विषयवस्तु ‘समृद्ध भारत के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार में रचनात्मकता का उत्सव’ है। सभी कार्यक्रम भारत सरकार के ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ की भावना और विचार को प्रतिबिंबित करेंगे, जिसका उद्देश्य वर्ष 2022 में भारतीय स्वतंत्रता के 75 गौरवशाली वर्षों को चिह्नित करना है।
ये भी होगा खास
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम श्रेणी में वैज्ञानिक समुदाय, वैज्ञानिक संस्थानों एवं वैज्ञानिक आंदोलनों के उद्भव एवं उनकी भूमिका को याद किया जाएगा। आइडियाज@75 वर्ग के अंतर्गत नये भारत के निर्माण से संबंधित नवोन्मेषी विचारों पर पर मंथन किया जाएगा। अचीवमेंट@75 श्रेणी में स्वतंत्रता के भारत की उपलब्धियों पर चर्चा की जाएगी। नये भारत के निर्माण हेतु क्या कार्ययोजना होनी चाहिए, इस पर एक्शन@75 श्रेणी से संबंधित कार्यक्रमों में विमर्श किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल भारत के लिए इंटरनेट ऑफ थिंग्स, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, स्वास्थ्य एवं पोषण, स्वच्छ ऊर्जा एवं स्वच्छ वायु, पर्यावरण एवं जलवायु और कौशल विकास जैसे विषय शामिल हैं। वहीं, रिजॉल्व्स@75 से जुड़े आयोजनों में ऊर्जा, स्थानीय भाषाओं में विज्ञान, रक्षा, भोजन, ज्ञान का विस्तार, दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्था एवं विनिर्माण केंद्र के रूप में भारत को स्थापित करना, और आत्मनिर्भरता के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित विषय शामिल रहेंगे।
पहुंचेंगे कई मंत्री गोवा
विज्ञान मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम मेंवाल शामिल होने मप्र के कई और मंत्री विधायक गोवा पहुंचेंगे। सूत्रों का कहना है कि इस आयोजन में शामिल विज्ञानियों, आविष्कारकों और अन्य प्रतिभागियों की हौसला अफजाई करने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान भी पहुंच सकते हैं।