वैश्विक महामारी कोरोना से उत्पन्न कठिनाईयों के कारण व्यापार, व्यवसाय, मीटिंग, बीमा, बैंकिंग के साथ शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक प्रशिक्षण भी सोशल डिस्टेंसिंग के दृष्टिगत डिजिटल हो गया है। ऐसे में विद्यार्थियों कि शिक्षा का माध्यम भी ई-लर्निंग हुआ है। जन शिक्षक लोकेश राठौर ने बताया कि कोरोना संकटकाल के दौरान विद्यार्थियों के लर्निंग लॉस को पाटने का एकमात्र विकल्प है ई लर्निंग जिसमें शासकीय शालाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को डिजीलेप लर्निंग व्यवस्था के तहत कक्षावार व्हाट्सएप ग्रुप निर्मित कर नियमित अध्ययन से जोड़ा गया है। उक्त ग्रुप में विभाग द्वारा प्रतिदिन विद्यार्थियों के स्तर अनुसार रोचक शैक्षिक सामग्री प्रदाय कर शिक्षकों की सहायता से विद्यार्थियों के अध्यापन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। ग्रुप में निर्धारित सामग्री के साथ रेडियो एवं टेलीविजन पर शैक्षिक प्रसारण को भी सम्मिलित किया गया है। जिले में विद्यार्थियों की अध्यापन निरंतरता हेतु विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं जिसमें प्रत्येक दिवस विद्यार्थियों को डिजीलैप शिक्षण सामग्री के साथ प्रत्येक रविवार को विद्यार्थियों के मनोरंजन हेतु फ्लिप बुक में रोचक कहानी प्रस्तुत की जा रही है। प्रत्येक दिवस शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के अभिभावकों से भेजी जाने वाली सामग्री की विषय वस्तु पर ऑनलाइन समर्थन फार्म भरवाया जा रहा है, जिससे शिक्षक विद्यार्थियों के लिए प्राप्त सामग्री स्वयं सामग्री का अवलोकन कर विद्यार्थियों को अध्यापन हेतु मुहैया करवा रहे हैं। शिक्षक राठौर ने बताया कि अध्यापन सामग्री की गुणवत्ता पर ऑनलाइन फीडबैक भी अभिभावकों से प्राप्त किए जा रहे हैं। विद्यार्थियों के अध्यापन के लिए शिक्षकों द्वारा अपने अपने स्तर से नवाचार किए जा रहे हैं जिसमें शिक्षक विद्यार्थियों को पुराने विद्यार्थियों की पाठ्य पुस्तकें एवं विषय सामग्री उपलब्ध करवा रहे हैं, ताकि विद्यार्थी घर पर सुचारू अध्ययन कर सकें और वीडियो कॉलिंग एवं जूम एप के माध्यम से शिक्षक विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों को अध्यापन हेतु अभिप्रेरित कर रहे हैं। जिले सहित शाजापुर विकासखंड में जिला शिक्षा अधिकारी यूयू भिड़े, जिला परियोजना समन्वयक आरएस शिप्रे के निर्देशन में डिजीलेप लर्निंग व्यवस्था के प्रभावी क्रियान्वयन में बीआरसीसी रजनीश महिवाल, बीएसी दीपक शर्मा, ओपी परमार, जन शिक्षक अरुण शर्मा, लोकेश राठौर, दामोदर सक्सेना, लोकेंद्र शर्मा, हसीब परवेज, महेश शर्मा, शिवनारायण कराड़ा, शेख मुकीम, दीनबंधु उपाध्याय, पंकज सक्सेना, माखन कराड़ा, आरपी परमार, संजय सक्सेना, महेश पाठक, आरसी गंगवाल प्रभावी भूमिका निभा रहे हैं।
68 दिन से लगे इस लॉक डाउन में…. विद्यार्थियों की शिक्षा का माध्यम बना डिजीलेप
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