नई दिल्ली : राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल के एनकाउंटर को तीन हफ्ते से ऊपर का समय बीत चुका है लेकिन अब तक उसका अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका है. गैंगस्टर का अंतिम संस्कार करवाने के लिए बुधवार को प्रशासन ने आनंदपाल के परिजनों से बातचीत की है इसके बावजूद आनंदपाल का अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा है. आनंदपाल के परिजनों को अब राजपूत समाज का समर्थन मिल गया है और जगह-जगह पर हिंसा का दौर भी शुरू हो गया है.
राजपूत समाज आनंदपाल की मौत के बाद एक जुट हो गया है. इस दौरान फायरिंग में 14 पुलिसकर्मियों सहित 20 लोग घायल हो गए। हालात को देखते हुए नागौर, चुरू, सीकर और बीकानेर में धारा 144 लागू कर दी गई है तथा इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है।
आनंदपाल के शव का अंतिम संस्कार करवाने के लिए पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आनंदपाल के परिजनों और राजपूत समाज की समझौता वार्ता बुधवार देर रात तक जारी रही। समाचार लिखे जाने तक बातचीत का कोई हल नहीं निकल सका।
इधर राजपूत समाज की ओर से आनंदपाल के पैतृक गांव में आयोजित की गई श्रद्धांजलि सभा में हजारों की संख्या में लोग जुटे। दिनभर राजपूत नेताओं और आनंदपाल के परिजनों के भाषणों का दौर चला। लेकिन अचानक रात 8 बजे राजपूत समाज के लोग उग्र हो गए और नागौर के पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख के वाहन पर फायरिंग कर दी, इसमें 14 सिपाहियों के घायल होने की सूचना है।