19 साल पहले आज ही के दिन यानी 26 जुलाई 1999 को भारत ने कारगिल युद्ध में विजय हासिल की थी. 3 मई 1999 को शुरू हुआ कारगिल युद्ध 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ था. हर साल इस दिन को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. साल 1999 में करगिल की पहाड़ियों पर पाकिस्तानी घुसपैठियों ने कब्जा जमा लिया था. जिसके बाद भारतीय सेना ने उनके खिलाफ ऑपरेशन विजय चलाया. ऑपरेशन विजय 8 मई को था. करीब दो महीने तक चला कारगिल युद्ध भारतीय सेना के साहस और जांबाजी का ऐसा उदाहरण है, जिस पर हर देशवासी को गर्व होना चाहिए.
कारगिल युद्ध के समय अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे. अटल बिहारी ने वाजपेयी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ बातचीत कर उन्हें लताड़ा था. उन्होंने नवाज शरीफ से कहा था कि मेरा लाहौर बुलाकर स्वागत करते हैं और उसके बाद कारगिल का युद्ध छेड़ देते हैं यह बहुत बुरा व्यवहार है. कारगिल युद्ध की जीत की घोषणा तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजेपयी ने 14 जुलाई को की थी, लेकिन आधिकारिक तौर पर 26 जुलाई को करगिल विजय दिवस की घोषणा की गई थी.
इस युद्ध के कारण पाकिस्तान में राजनैतिक और आर्थिक अस्थिरता बढ़ गई थी. भारत में इस युद्ध के दौरान देशप्रेम का उबाल देखने को मिला और इसके बाद भारत सरकार ने रक्षा बजट और बढ़ाया. वहीं इस युद्ध से प्रेरणा लेकर कई फिल्में बनीं, जिनमें एल ओ सी कारगिल, लक्ष्य और धूप मुख्य हैं. कारगिल युद्ध दुनिया की सबसे मुश्किल लड़ाई थी, क्योंकि इस युद्ध में दुश्मन ऊंची-ऊंची चोटियों पर बैठा था और भारतीय सेना नीचे जमीन पर थी.
अगर पाकिस्तान को कारगिल से तब खदेड़ा न जाता, तो वह भविष्य में कश्मीर की जमीन पर कब्जा कर सकता था. इस युद्ध में देश ने 527 से ज्यादा वीर योद्धाओं को खोया था. वहीं 1300 से ज्यादा घायल हुए थे. इस दौरान करीब दो लाख पचास हजार गोले दागे गए. वहीं 5,000 बम फायर करने के लिए 300 से ज्यादा मोर्टार, तोपों और रॉकेट का इस्तेमाल किया गया था.