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आए दिन रेल दुर्घटनाओं के बारे में सुनते और पढ़ते रहते हैं. यह दुर्घटना ट्रेन चालक की सावधानी न बरतने के कारण होती है. कहा जाता है कि सावधानी हटी और दुर्घटना घटी. अब ट्रेन चालक को सावधानी  बरतने के लिए उसकी ड्रेस उसे सावधान कर देगी. जैसे ही ट्रेन के चालक को नींद आएगी, तो ड्रेस ही उसे जगा देगी. उसने शराब पीकर ट्रेन चलाई, तो मुख्यालय पर तुरंत संदेश पहुंच जाएगा. धुंध के सीजन में सिग्नल दिखाएगी, तो भारी गर्मी से राहत देने के लिए ड्रेस ठंड का एहसास कराएगी. भारतीय रेलवे के इतिहास में ऐसी पहली ड्रेस बन रही है, जो चालक आराम से पहनकर ख़ुद या हज़ारों यात्रियों की सुरक्षा कर सकता है. भिवानी के टीआइटी कॉलेज के इंजीनियरिंग के छात्रों व प्राध्यापकों के इस प्रोजेक्ट को रेलवे डीजल लोको मोटिव शेड तुगलकाबाद ने भी अस्थायी अनुमति प्रदान कर दी है. इस ड्रेस की ख़ासियत यह है कि रेलगाड़ी में आग लगी, तो ड्रेस सचेत करेगी, धुंध में 800 मीटर पहले रेलमार्ग पर लगे लाइट सिग्नल बताएगी, दिमाग व धड़कन को भी यह ड्रेस मॉनीटर करेगी. इसमें सेंसरों का भी इस्तेमाल किया गया है. चालक को नींद का झटका आते ही सेंसर सबसे पहले वाइब्रेटर को वाइब्रेट करेगा. न जागने पर बजर बजना शुरू हो जाएगा. फिर भी नहीं जागने पर पिन्स हाथों में चुभना शुरू हो जाएंगी. इसके बावजूद चालक पर कोई असर नहीं पड़ता है, तो मुख्यालय को संदेश चला जाएगा और गाड़ी धीमी हो जाएगी.

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