वर्ष का दूसरा चंद्रग्रहण 5-6 जून की मध्यरात्रि को है। पहला एक जनवरी 10 को हुआ था। दूसरा चंद्रग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और अफ्रीका में दिखाई देगा।
भारत में ग्रहण का समय:
चंद्रग्रहण शुरू होता है: 5 जून, 23:15:51 (रात 11.15 बजे)
अधिकतम ग्रहण: 6 जून, 00:54:55 (12.54 बजे)
पेनुमब्रल ग्रहण समाप्त: 6 जून, 02:34:03 (02.34 बजे)
(यह चंद्र ग्रहण उस स्तिथि में लगता है जब पृथ्वी, चांद और सूर्य एक सीध में नहीं रहते हैं। इस तरह से चंद्र ग्रहण में चांद पर धरती की वास्तविक छाया नहीं पड़ती है। इसमें चांद पर धरती की बाहरी छाया ही पड़ती है चांद उससे निकल जाता है)
इसे स्ट्राबेरी मून एक्लिप्स के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं क्यों? खैर, ऐसा इसलिए है क्योंकि इस मौसम के दौरान, जंगली स्ट्रॉबेरी पकने लगती हैं और इस तरह जून में एक पूर्ण चंद्रमा ने अपना नाम बनाया। अन्य नामों में कथित तौर पर रोज मून, हॉट मून और मिड मीड शामिल हैं।
जब यह स्ट्राबेरी मून एक्लिप्स होता है, तो चंद्रमा पेनुमब्रल चंद्रग्रहण चरण के दौरान एक गहरी छाया में दिखाई देता है। यह ग्रहण 3 घंटे, 18 मिनट लंबा होगा।
इसे कहां देखें:
क्योंकि यह एक पेनुमब्रल चंद्रग्रहण है, यह स्पॉट करना कठिन होगा और स्काईवॉचर्स इसे पूर्ण चंद्रग्रहण से अलग नहीं कर पाएंगे। एकमात्र विशिष्ट कारक यह होगा कि चंद्रमा गहरा दिखाई देगा।
स्काईवॉचर्स आज रात को दूसरे पेनुमब्रल ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग के लिए स्लोह द वर्चुअल टेलिस्कोप प्रोजेक्ट (Slooh the Virtual Telescope Project) जैसे यूट्यूब चैनलों में ट्यून कर सकते हैं। किसी भी तरह के ग्रहण को देखने के लिए खगोल विज्ञानी दूरबीन ओ से देखने या दूरबीन के इस्तेमाल की सलाह देते हैं।