बिचौलियों से मुक्ति, शिल्पियों को मिलेगा फायदा

देश में पहली बार मप्र के ब्रांड मृगनयनी को अमेजन और फ्लिपकार्ड पर ऑनलाइन किया जाएगा। इसके लिए अमेजन और फ्लिपकार्ट के साथ एमओयू साइन किया गया है। सबसे पहले दिल्ली के एक और कोलकाता के दो मृगनयनी एंपोरियम के उत्पाद को ऑनलाइन किया गया है।

इसके बाद मप्र के एंपोरियम को ऑनलाइन किया जाएगा। इतना ही नहीं, मृगनयनी के शोरूम में स्वसहायता समूह द्वारा बनाए गए उत्पादों को भी नि:शुल्क जगह उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि उनका प्रचार-प्रसार हो सके। यह जानकारी राज्य लघु उद्योग निगम के प्रबंध संचालक भास्कर लक्षकार ने दी।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के बुनकर और हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित उत्पादों का इन ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से विक्रय किए जाने पर इनकी सामग्री की पहुंच में विस्तार होगा। इस माध्यम से उत्पादों का विक्रय बढ़ेगा, जिससे प्रदेश के बुनकरों और हस्तशिल्पियों के उत्पादन में वृद्धि होगी।

इससे प्रदेश के बुनकरों एवं हस्तशिल्पियों को स्व-रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे। उन्हें बिना लागत बढ़ाए और प्रचार-प्रसार के उत्पादों के विक्रय की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके साथ ही लोगों को मृगनयनी ब्रांड का लाभ भी मिलेगा।

प्रदेश के 750 प्रोडक्ट होंगे ऑनलाइन

इस पोर्टल के माध्यम से क्रेताओं को चौबीस घंटे और सातों दिन तक क्रय की सुविधा होगी। दिल्ली और कोलकाता के अलावा मप्र में रीवा, ग्वालियर, भोपाल और इंदौर में मृगनयनी के एंपोरियम है। सभी को ऑनलाइन किया जा रहा है। बता दें कि मध्यप्रदेश सरकार के स्टेट एम्पोरियम मृगनयनी के करीब 750 प्रोडक्ट अमेजन पर बेचने के लिए मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम के साथ एमओयू हुआ है।

अपने मार्केट प्लेस पर मृगनयनी को लांच करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार के साथ अमेजन की साझेदारी इस बात का प्रतीक है कि देशभर के उपभोक्ता काफी बड़ी संख्या में प्रदेश के कारीगरों द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

दक्षिण भारत में बढ़ी लोकप्रियता

आन्ध्र, तेलंगाना, कर्नाटक आदि प्रदेशों में अब चंदेरी एवं माहेश्वरी साडिय़ों के साथ ही पीतल शिल्प, दरियां और ट्रायबल पेंटिंग काफी पसंद की जा रही है। कोलकाता स्थित एंपोरियम में गत वर्ष के अवसर पर हुई बिक्री के मुकाबले इस वर्ष ढाई गुना ज्यादा बिक्री हुई है। पिछले दिनों में छत्तीसगढ़, गुजरात और आन्ध्रप्रदेश सरकार के साथ अनुबंध कर हाथकरघा एवं हस्तशिल्प को व्यापक बाजार प्रदान किया गया है। इसके विस्तार के प्रयास निरंतर जारी हैं।

इनका कहना है

अमेजन और फ्लिपकार्ट के साथ एमओयू हो चुका है। इनमें मृगनयनी के सारे उत्पादों को ऑनलाइन किया जा रहा है। फिलहाल दिल्ली और कोलकाता के एंपोरियम को ऑनलाइन किया गया है। अब मप्र के सभी मृगनयनी एंपोरियम को ऑनलाइन किया जा रहा है। भास्कर लक्षकार, प्रबंध संचालक,

राज्य लघु उद्योग निगम

मृगनयनी और अमेजन व फ्लिपकार्ट के अनुभवों का लाभ बुनकरों और हस्तशिल्पियों को मिलेगा। ग्राहक को प्रतियोगी दरों पर उत्पाद उपलब्ध होगा। बिचौलियों के न होने से सीधे बुनकरों और हस्तशिल्पियों को फायदा होगा।
हुमा खान, जरी शिल्पी (स्टेट अवार्डी)

खान अशु

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