उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली पहुंचे हैं. अमित शाह के साथ उनकी मिटिंग होने वाली है. गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटें गंवाने के भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें दिल्ली तलब किया था. गौरतलब है कि इन दोनों महत्वपूर्ण सीटों से हार के बाद योगी ने कहा था कि भाजपा अति-आत्मविश्वास की वजह से हारी है.
14 मार्च को उपचुनाव के नजीजे आने के बाद 15 मार्च को योगी आदित्यनाथ ने भी अफसरों के साथ मैराथन मीटिंग की थी. इसके लिए उन्होंने अपने सभी पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रमों रद्द कर दिए थे. योगी ने मीटिंग में अफसरों से पिछले एक साल में लागू की गई योजनाओं की रिपोर्ट मांगी और कामों की समीक्षा की. उसके बाद 16 फरवरी को अचानक 37 आईएएस अफसरों के तबादले का निर्देश जारी कर दिया गया.
16 मार्च को योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट बैठक बुलाई थी, जिसमें 18 अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई और देर रात 37 आईएएस अफसरों के तबादले कर दिए गए. गौर करने वाली बात है कि इन अफसरों में गोरखपुर के जिलाधिकारी राजीव रौतेला का नाम भी शामिल है, जिनपर गोरखपुर में काउंटिग के दौरान गड़बड़ी करने का आरोप लगा था.