भोपाल। मप्र वक्फ बोर्ड में चल रहे भ्रष्टाचार, माफिया राज और अंदरूनी सियासत के खिलाफ अब महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है। माफियाओं के खिलाफ खुली जंग का ऐलान किया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री को चिट्ठी लिखकर वक्फ बोर्ड में आरक्षण दिए जाने की मांग की गई है।
राजधानी की सामाजिक कार्यकर्ता नाजिया खान ने गुरुवार को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रामखेलावन पटेल को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से निवेदन किया है कि मध्यप्रदेश वक़्फ़ बोर्ड में जारी धांधलियों को खत्म करने के लिए यहां 33% महिला आरक्षण लागू करें।
अधिकारियों की सियासत
नाजिया ने अपने आवेदन में कहा है कि वक्फ बोर्ड में सियासी पार्टी के विधायक के सगे संबंधी व्यक्तियों को पद देकर कर्मचारी एवं अधिकारी बना दिया गया है, और यह उनके कहने पर ही काम करते हैं, प्रतिदिन उनके दरबार में हाजरी भी देते हैं। यह लोग प्रशासनिक और मौखिक कार्यपालन अधिकारी को भी नियमविरुद्घ करने का काम बड़ी सफाई से करते आ रहे हैं ताकि इनके कारनामों का काला चिट्ठा उजागर ना हो। उन्होंने निवेदन है के ऐसे कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही कर निलंबित किया जाए।
हो रहा नियमों का उल्लंघन
नाजिया ने अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री को अवगत कराया है कि राजधानी भोपाल में हमीदिया रोड पर वक्फ की जगह थी। जिसके माध्यम से विधवा अनाथ के कल्याण की राशि को दुरुपयोग करते हुए मल्टी बनाई जा रही है। इस जगह की ना कोई शासकीय अनुमति ली गई है और न ही कोई टेंडर है। इसकी भी गंभीरता से जांच की जाए।