अपनी पार्टी कांग्रेस से नाराज़ होकर प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने इस्तीफा दे दिया और कुछ ही घंटों में वो शिवसेना में शामिल हो गई हैं। उन्होंने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और आदित्य की मौजूदगी में शिवसेना ज्वाइन की। इससे पहले प्रियंका चतुर्वेदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर कहा वह भारी मन से इस्तीफा दे रही हूं। उन्होंने 10 साल तक पार्टी में रहकर पूरी लगन से काम किया है।


उन्होंने लिखा, ‘पिछले कुछ दिनों में हुए कुछ खास घटनाओं ने पूरा भरोसा दिला दिया कि संगठन में मेरी सेवाओं का संगठन में कोई मूल्य नहीं है। अब लगता है, जितना समय पार्टी में बिताऊंगी, मेरे आत्मसम्मान की कीमत पर होगा। दुःख इस बात का है, महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तीकरण की जिस बात का पार्टी प्रचार करती है, और आप खुद आह्वान करते हैं, वैसा पार्टी के कुछ सदस्यों के व्यवहार में नज़र नहीं आता’


पार्टी छोड़ने की ये है असली कहानी

सूत्रों की मानें तो प्रियंका की नाराज़गी की दूसरी बड़ी वजह ये है की उन्हें उम्मीद थी पार्टी गुरुदास कामत के निधन के बाद खाली हुई सीट से लाडवा सकती है। लेकिन पार्टी ने संजय निरुपम को वो सीट दे दी और निरुपम की सीट पर बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर को अपना उम्मीदवार बनाया। प्रियंका को मथुरा सीट से भी लड़ाने का वादा किया गया था।
सूत्र बताते हैं कि, प्रियंका पिछले एक महीने से शिवसेना और बीजेपी दोनों के संपर्क में हैं। फिलहाल बीजेपी में उनकी बात नहीं बन पाई इसी लिए जल्द ही वो शिवसेना में शामिल हो सकतीं है।

क्या हुआ था मथुरा में ?

1 सितंबर 2018 को प्रियंका चतुर्वेदी राफ़ेल डील पर प्रेस कनफ़्रेंस करने मथुरा गई थीं। उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस पहले ज़िला कांग्रेस कमेटी के ऑफ़िस में होनी थी लेकिन नेताओं के आपसी झगड़े की वजह से एक होटल में की गई। और, इसी दौरान प्रियंका चतुर्वेदी से कांग्रेस के ही कुछ नेताओं ने बदसलूकी की, जिसकी प्रियंका चतुर्वेदी ने पार्टी के शीर्ष अधिकारियों से शिकायत की थी।

प्रियंका चतुर्वेदी की शिकायत पर पार्टी ने आरोपियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। हालांकि, उस वक्त मथुरा जिला में कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक सिंह चकलेश्वर ने कहा था कि ‘हमने किसी से कोई बदतमीज़ी नहीं की थी। हम लोग शांति प्रिय तरीक़े से प्रियंका चतुर्वेदी को अपनी बात कहना चाहते थे। लेकिन, पार्टी के पूर्व विधायक प्रदीप माथुर ने ऐसा नहीं होने दिया। उन्होंने ही बड़े नेताओं से हमारी शिकायत भी की। वे कहते हैं कि अगर प्रियंका ज़ी हमारे ख़िलाफ़ कुछ कह दें तो पार्टी जो चाहे हमें सज़ा दे सकती है।’

Adv from Sponsors