नई दिल्ली : दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रावास में छात्राओं को सही से कपड़े पहन कर आने के लिए नोटिस जारी किया गया है. इस नोटिस में दिल्ली यूनिवर्सिटी की सोशल वर्क छात्रवास छात्राओं को सलीके से कपड़े पहनने की बात कही गयी है. साथ ही इसमें यह भी लिखा है कि जो भी इन नियमों को नहीं मानेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इस नोटिस की जानकारी मिलने के बाद छात्र-छात्रओं ने इसके खिलाफ विरोध भी करना शुरू कर दिया है. यह नोटिस 27 अप्रैल को जारी किया गया था. जिसमें बताया गया है कि छात्रवास का कॉमन रूम रात 10 बजे बंद हो जाएगा। यहां छात्र-छात्रएं सही से कपड़े पहनकर आएं। कहा गया है कि कॉमन रूम में खाना खाने और सोने पर छात्रों पर कार्रवाई की जाएगी।
हाल ही में इंडियन इंस्टीटय़ूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) दिल्ली के हिमाद्री छात्रवास में लड़कियों को सभ्य और ढके हुए कपड़े पहनने की नसीहत दी गई थी। इस मामले पर दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने हस्तक्षेप भी किया था। उन्होंने इस मामले में कहा था कि यह देश के प्रतिष्ठित संस्थान की पितृसत्तात्मक मानसिकता को दर्शाता है। छात्रओं ने भी इस फरमान का विरोध करना शुरू कर दिया था। फिर सोशल मीडिया पर विरोध के बाद आईआईटी ने इस नोटिस को वापस ले लिया था।
दिल्ली स्कूल ऑफ सोशल वर्क के छात्रवास में रहने वाले छात्रों ने छात्रवास प्रशासन के इस फैसले को नैतिक रूप से थोपने वाला बताया है। छात्रवास में रहने वाली एक छात्र ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि छात्रवास के अधिकारी उन्हें कपड़े पहनने का सलीका न सिखाएं। यह उनकी पितृसत्तात्मक सोच को दर्शाता है। यह हमारे अधिकारों का हनन है। हम अपनी मर्जी से क्या कपड़े भी नहीं पहन सकते हैं। छात्र-छात्रओं ने इस नोटिस के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। उन्होंने प्रोवोस्ट के नोटिस के ऊपर एक पोस्टर में लिखा है कि हमें बताया जाए कि सही कपड़े कैसे होते हैं। शुक्रवार शाम तक 10 से अधिक छात्र-छात्रएं फैसले के खिलाफ पोस्टर पर हस्ताक्षर कर चुके थे।