नई दिल्ली, (राज लक्ष्मी मल्ल): शादी-विवाह संसार का नियम है, जो दो लोगो को एक करता है. उसमे एक मेल और एक फीमेल की जोड़ी बनना प्रकृति का एक अनोखी प्रक्रिया होता है. लेकिन कुछ पुरुषो ने अपने आर्थिक स्वार्थ और जरूरतों को पूरा करने के लिए इस नियम के साथ ही षड्यंत्र करना शुरू कर दिया, जिसका अंजाम यह हुआ कि आज उन सभी पुरुष समुदाय को मुसीबतो का सामना करना पड़ रहा है.
दरसल बात यह है कि ईस्ट अफ्रीका के एक छोटे से कंट्री तंजानिया की कुर्या जनजाति में महिलाएं आपस में ही शादी के बंधन में बंध रही हैं. ऐसा बिलकुल भी नही है की यें महिलाये समलैंगिक है. लेकिन उन्होंने अपने साथ हुए पुरुषो द्वारा अपमान और अत्याचार को रोकने के लिए ऐसा नया नियम बनाया हैं.
बात यह है कि यहाँ पर अगर किसी के पति की मौत हो जाती है तो उसे उसके पति के सम्पति से बेदखल कर दिया जाता है. छोड़ दिया जाता हैं भूखे-नंगे मरने के लिए, इसलिए यहाँ रहने वाली महिलाओं ने अपने हित में एक नया नियम बनाया है.
महिलाओं ने न्यूम्बा थोबू नाम की एक परंपरा को जन्म दिया है और इस परम्परा में महिलाएं आपस में शादियां करती हैं. अब यह परम्परा गांव आग के जैसे फैल रहा है. इन शादियों में महिलाएं किसी भी पुरुष के साथ सेक्स करने के लिए आजाद हैं.
इस परम्परा के आने से कुर्या समुदाय के पुरुष बेहद परेशान हो उठे हैं. उन्हें शादी करने के लिए लड़कियां नहीं मिल रही हैं क्योंकि समुदाय की अधिकतर लड़कियांआपस में शादी करके जीवन की सारी जरूरतें पूरी कर रही हैं.