नई दिल्ली: आज सुबह 10 बजे से शुरू हुई उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया शाम 5 बजे संपन्न हो चुकी है और अब इस चुनाव के नतीजे सामने आते ही देश को वेंकैया नायडू के रूप में अपना 15वां उपराष्ट्रपति मिल गया है. उपराष्ट्रपति के लिए चुनावी मैदान में एनडीए की ओर से वेंकैया नायडू, तो वहीं विपक्ष से पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और गांधीजी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी को उतरा गया था. इस मौके पर हमआपको बताने जा रहे हैं वेंकैया नायडू से जुड़ी हुई कुछ ख़ास बातें.
वेंकैया नेल्लूर के वीआर कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष चुने गए. इसके दो साल के भीतर वे आंध्र विश्वविद्यालय के कॉलेजों के छात्र संघ अध्यक्ष बने.
लगभग इसी दौरान देश में जनता आंदोलन की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी और वेंकैया 1974 में आंध्र प्रदेश में लोक नायक जय प्रकाश नारायाण छात्र संघर्ष समिति से जुड़ गए.
इमरजेंसी के दौरान वेंकैया मीसा (मेनटेनेंस ऑफ इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट) के तहत गिरफ्तार भी किए गए.
बाद में उन्हें राज्य में जनता पार्टी की यूथ विंग की कमान दी गई.
इस बीच वेंकैया राज्य विधानसभा में कदम रख चुके थे. आंध्र प्रदेश विधान सभा में वे 1978 से 1985 तक रहे.