अविश्वास प्रस्ताव को लेकर संसद की कार्यवाही आज लगातार तीसरे दिन भी स्थगित हो गई. वाईएसआर कांग्रेस द्वारा अविश्वास प्रस्ताव के लिए दी गई नोटिसों पर चर्चा होने से पहले ही हंगामे के कारण लोकसभा दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. वहीं राज्यसभा भी विपक्षी दलों के जोरदार हंगामे की भेंट चढ़ गई.
मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही लोकसभा दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. उसके बाद जब दोबारा कार्यवाही शुरू हुई, तो कई सांसद हाथों में प्लेकार्ड लिए लोकसभा अध्यक्ष के आसन तक आ गए और नारेबाजी करने लगे. इसके कारण प्रश्नकाल का संचालन भी नहीं हो पाया और सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई.
राज्यसभा में सभापति एम. वेंकैया नायडू द्वारा शून्य काल शुरू करने के बाद ही विपक्षी दलों के सांसद विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामा करने लगे. इराक के मोसुल में 39 भारतीयों की मौत की पुष्टि को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बयान के बाद ही तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा), अन्नाद्रमुक और अन्य पार्टियों के सांसद हंगामा करने लगे.
सरकार ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया है कि वे सदन नहीं चलने दे रहे हैं. संसदीय मामलों के राज्यमंत्री विजय गोयल ने कहा है कि सरकार सांसदों द्वारा उठाए गए हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन वे संसद चलने दें तब तो चर्चा हो. मंगलवार को बजट सत्र के दूसरे चरण का 12वां दिन था. बजट सत्र का दूसरा चरण पांच मार्च को शुरू हुआ था, जिसे छह अप्रैल तक चलना था, लेकिन अब हर दिन के हंगामे के कारण संभावना जताई जा रही है कि यह सत्र समय से पहले समाप्त हो जाएगा.