सपा ने 2019 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है. सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि कांग्रेस से गठबंधन होगा या नहीं, इससे ज्यादा जरूरी है कि हम सपा को आगे कैसे बढ़ाएंगे. उनके इस बयान के बाद सपा और कांग्रेस के साथ को लेकर संशय बना है. सपा प्रवक्ता ने कहा कि लोकसभा में हम सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे. हमने पिछली बैठक में भी गठबंधन पर चर्चा नहीं कि, बल्कि इस पर चर्चा हुई कि ईवीएम को हटाकर फिर से बैलेट पेपर से चुनाव हो. इसके लिए सभी तैयार हैं. यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान सपा और कांग्रेस में गठबंधन हुआ था.

मुलायम सिंह यादव इस गठबंधन के पहले से विरोधी थे.  उनका कहना था कि कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ने से सपा को कुछ फायदा नहीं होगा. पार्टी में भी एक तबका इस गठबंधन के खिलाफ था. इन हालातोें में उम्मीद जताई जा रही है कि इस गठबंधन को आगे जारी रखना फायदेमंद नहीं होगा.

इस चर्चा को हवा तब मिली, जब हाल में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राजधानी लखनऊ में ईवीएम पर एक बैठक बुलाई थी. कांग्रेस और बीएसपी के नेता इस बैठक में नहीं पहुंचे थे. तभी से यह कयास लगाया जा रहा था कि आगे इस गठबंधन को जारी रखना मुश्किल होगा.

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