ट्रेन का ई-टिकट बनाने के गोरखधंधे में शामिल शातिरों पर अब शिकंजा कसता जा रहा है. अब सॉफ्टवेयर की मदद से इन्‍हें पकड़ा जा रहा है. रेड मिर्ची के बाद अब अनमस सॉफ्टवेयर का भी इसके लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. इन दोनों सॉफ्टवेयर से आईआरसीटीसी की साइट को धीमा कर धड़ाधड़ ई-टिकट बनाने वाले दवा दुकानदार, ट्रैवल एजेंसी के मालिक, स्टाफ समेत पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. राजेंद्रनगर टर्मिनल आरपीएफ की टीम ने अशोकनगर में शोभा मेडिकल की आड़ में साइबर जोन चला रहे सुधीर रंजन और मंजीत सिंह को गिरफ्तार किया. वहीं कंकड़बाग में ही मगध टूर एंड टै्रवल्स से खाजेकलां निवासी मो. तनवीर को धर दबोचा.

छापेमारी जारी, टिकट जब्त

उधर पटना जंक्शन की आरपीएफ टीम ने गोरियाटोली स्थित भव्या रिजेंसी में जगत टै्रवल में छापेमारी कर ई-टिकट बनाने वाले एजेंसी मालिक राजेंद्र सिंह और उसके स्टाफ संतोष कुमार को गिरफ्तार कर लिया. पटना जंक्शन व राजेंद्रनगर टर्मिनल आरपीएफ और सीआईबी की टीम ने इन दोनों ऑपरेशन में 5 लाख 3 हजार का 250 ई-टिकट व पीआरएस टिकट जब्त किया है. 24 हजार कैश के साथ ही एक कंप्यूटर, 5 मोबाइल बरामद किया गया है. दवा दुकानदार का बेटा भी इस गोरखधंधे में शामिल है. पुलिस उसे सरगर्मी से तलाश कर रही है.

विमान से जाता है ई-टिकट

शातिरों का गिरोह पटना से लेकर दिल्ली व अन्य शहरों से जुड़ा है. सीजन में एक तत्काल टिकट पर कम से कम हजार रुपए की कमाई होती है. शातिर विमान और ट्रेन से तत्काल का टिकट ले जाते हैं. सीजन में विमान का टिकट पहले से ही बुक करा लिया जाता है. इस ऑपरेशन में राजेंद्रनगर टर्मिनल आरपीएफ प्रभारी आरआर कश्यप व उनकी टीम तथा पटना जंक्शन प्रभारी वी कुमार व उनकी टीम शामिल थी. दवा दुकानदार अशोकनगर में मां हाउस में रहता है. तनवीर का मालिक खाजेकलां का रहने वाला है. वह भी फरार है. पुलिस इस सबों के पास से जब्त मोबाइल का खंगालने में जुटी है.

पूरे नेटवर्क को किया जाएगा ध्वस्त

रेड मिर्ची व अन्य सॉफ्टवेयर की मदद से तत्काल ई टिकट बनाने वालों के खिलाफ दानापुर आरपीएफ ने अभियान छेड़ रखा है. पुलिस इन शातिरों के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करेगी. पटना पंक्शन व राजेंद्रनगर टर्मिनल आरपीएफ प्रभारी ने पांच लोगों को दबोचा है. लाखों का टिकट बरामद किया गया है.

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