भोपाल। मंगलवार शाम बीएसएनएल के टॉवर पर जा चढ़े अर्जुन से पुलिस को ऐसी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है, जिससे उसके किसी से जुड़े होने के तार मिल सकें। शहर की शांति को भंग करने की भी उसकी कोई मंशा नजर नहीं आई। ऊंचाई पर चढ़ने और घंटों ऊहापोह की स्थिति में रहने के बाद उसका स्वास्थ्य बिगड़ गया है, जिसके चलते इलाज के लिए उसको हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सीएसपी शाहजहानाबाद नागेंद्र पटेरिया ने बताया कि घंटों की मशक्कत के बाद जब अर्जुन को टॉवर से नीचे उतारकर लाया गया तो वह इस स्थिति में नहीं था कि उससे ज्यादा पूछताछ की जा सके। जितना उससे पता लगा पाए हैं, उससे यही अहसास हुआ है कि अर्जुन बेरोजगारी से पीड़ित है और अपनी छोटी बेटी के दुनिया से चले जाने के अवसाद में घिरा हुआ है। जिसके चलते उसने ये कदम उठाया। पटैरियां ने बताया कि अर्जुन का पिछला रिकार्ड भी खंगाला गया, जिससे यह जाहिर हुआ है कि वह किसी तरह के संगठन या किसी दल से जुड़ा हुआ नहीं है। अर्जुन की हालत फिलहाल ठीक नहीं है, ऊंचाई पर चढ़ने से उसके पैरों में सूजन आ गई है और उसको सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इलाज के लिए उसको हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सीएसपी ने बताया कि अर्जुन के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्यवाही फिलहाल नहीं की गई है।
थाने में गर्व से ऊंचे सिर
शाहजहानाबाद थाना बुधवार सुबह से ही स्टॉफ को बधाइयां देने वालों से भरा दिखाई दे रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता, क्षेत्र के नागरिक, व्यापारियों से लेकर सियासी लोग तक यहां फूल मालाएं और मिठाई लेकर पहुंच रहे हैं। थाने के उच्च अधिकारियों से लेकर निचले स्टॉफ में हर्ष का माहौल है और सभी खुद को गौरांवित महसूस कर रहे हैं।
गृह मंत्री ने की प्रशंसा
टॉवर पर चढ़े अर्जुन को समझाइश देकर नीचे लाने में महती भूमिका निभाने वाले पुलिस महकमे की तारीफ गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी की है। जान जोखिम में डालकर इस कारनामे को अंजाम देने वाले थाना प्रभारी जहीर खान को सम्मानित किए जाने की अनुशंसा भी उन्होंने पुलिस मुख्यालय से की है।