एक ओर जहां पूरा का पूरा अमृतसर अभी आंसूओं के सैलाब में तरबतर है तो वहीं दूसरी ओर जब पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घटनास्थल पर जाने के बाबत कदम उठाया तो वहां उनके खेरमकदम के लिए रेड कार्पेट बिछा दिया गया.

हालांकि, जब इस कृत्य को लेकर मीडिया सहित अनेकों सियासी दलों के नुमाइंदों समेत बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई तो बाद में उसे हटा दिया गया, लेकिन इस मसले को लेकर अभी-भी कांग्रेस के खिलाफ सियासी पारा उफान पर चढ़ा हुआ है.

गौरतलब है कि विगत रविवार को अमृतसर के राजासांसी गांव में आंतकियों ने अपनी आक्रान्ता को दिखाते हुए निरंकारी भवन में हमला कर दिया था. बता दें कि रविवार को सुबह 11 बजे तीन आतंकवादी बाईक पर शॉल ओढ़े हुए आए और घटनास्थल पर ग्रनेड फेंक कर चले गए, जिससे कुछ चंद मिनटो में ही वहां का भक्तिमय माहौल दुख और आंसूओं में तब्दील हो गया.

इस हमले में 3 लोगों की जान भी चली गई और 11 लोग जख्मी हो गए हैं, जिन्हें फिलहाल अभी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है,

जहां पर ग्रेनेड गिरा है, वहां पर बहुत विशाल गढ्ढा भी हो गया है. बता दें कि पुलिस इस मामले को गत दिनों अमृतसर में लुटी गई एक एसयूवी कार से जोड़कर देख रही है. हालांकि, जांच अधिकारी इस पूरे मालमे को जाकिर मूसा से भी जोड़कर देख रही है, क्योंकि बीते दिनों ये बताया जा रहा था कि जाकिर मूसा को अमृतसर में देखा गया है.

जिसको ध्यान में रखते हुए पंजाब पुलिस ने पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया था और सबको हिदायत दी थी कि सब चौकन्ने रहे. फिलहाल सरकार वहां इस आतंकी हमले की जांच के बाबात एनआईए की टीम को भेज दिया है.

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