पंजाब का आतंक, काश्मीर की पत्थरबाजी, नक्सलियों का गुस्सा या बीहड़ों में दस्यु गर्जना… ऐसे ही कुछ प्रताड़ना के मामलों से ही जुड़े रहे हों शायद, जो आजकल मप्र पुलिस की हिंसक व्यवहार से झलक रहा है…! बिहार, यूपी और कुख्यात प्रदेशों को पीछे छोड़ते मप्र पुलिस जवान जन सेवा_देशभक्ति के मंत्र_सूत्र को अपने ही बूटों से कुचलते नज़र आ रहे हैं…! गाइडलाइन पालन से लेकर मास्क चढ़वाई के नाम पर बर्बरता का नंगा नाच शायद ही किसी ने देखा होगा…! दो दिन पहले राजधानी की पुलिस पगला गई, औरतों और बच्चों पर जमकर लाठियां भांजी… देर तक दुकान खोलने के जुर्म में किसी आतंकवादी के घर की तरह आंधी तूफान बरपा कर दिया गया…! अब इंदौर पुलिस ने अपना जोर ए बाजू दिखाया…! एक गरीब ऑटो चालक पर…! कुसूर मास्क ठीक से नहीं लगाया था…! ऑटो ड्राइवर को उसके मासूम बच्चे और पूरे मुहल्ले के सामने इतनी बेदर्द पिटाई कि उसके मन से निकाल रहा होगा, काश मैं Corona से ही मर गया होता…! मासूम बच्चे ने जिंदगी भर के लिए अपने दिल के किसी कोने में गांठ बांध ली होगी… पुलिस से बड़ा गुंडा कोई नहीं…! जिस दौर इंदौर के मील इलाके की गुंडई के परचम लहराया करते थे, तब भी शायद इतनी बेदर्दी तो नहीं देखी गई होगी…! और हां मास्क ठीक से लगाने की ताकीद में जानवर बने पुलिसिया गुंडों के चेहरों के मास्क पर किसी का ध्यान कभी नहीं जाएगा, जो यहां वहां लटक रहे थे…! खैर पुलिस प्रशासन ने तात्कालिक सजा निर्धारित कर दी है, अब यह वहशी पुलिस जवान लाइन में अटैच होकर खटिया तोड़ते हुए मुफ्त की तनख्वाह डकारेंगे….! राजसुराजस्वराज_सहज सरकार…! अब घर में पड़े corona पूरी तरह खत्म होने का इंतजार करते रहो, इंतजार करते मर जाओ… या घर से बाहर निकल कर हैवान हो चुके रक्षकों के हाथों मारे जाओ….!
पुछल्ला
मास्क ताकीद के नाम पर भीड़ बढ़ाई…!
सड़कों पर निकले, भीड़ लगाई। सत्याग्रह पर डटे फिर भीड़ बढ़ाई। नौ बजे की बाजार बंद कराई, यहां से वहां तक गाइडलाइन तोड़ने वालों की रेलमपेल। अब दो दिन बंद रखने की तैयारी… हफ्ते की भीड़ पांच दिन में सड़कों पर उतारने की जिद। तसल्ली रखिए Corona हारेगा, प्रदेश जीतेगा… किसी चुनाव की एक आहत इसको सिर पर पैर रखकर भागने पर मजबूर कर देगा।
खान अशु