श्री दीपक सिंह जी ( विरोधी पक्ष नेता – उत्तरप्रदेश विधानसभा ) से मुलाक़ात कर उत्तरप्रदेश में फ़िल्म इंडस्ट्री के मज़दूरों और कलाकारों को कोई भी सरकार से सुविधा नहीं मिलती है ये जानकारी दी ।आने वाले उत्तरप्रदेश विधानसभा में फ़िल्म इंडस्ट्री के मज़दूरों और कलाकारों की बात रखी जाएगी।जिस हिसाब से उन्हें पगार मिलनी चाहिए वो नहीं मिल पा रही है। 20 घंटे वो सेट पर काम कर रहे है ,खाने की सुविधा ठीक नहीं होती है ।
मज़दूरों और कलाकारों का पगार कुछ प्रडक्शन हाउस द्वारा नहीं दिया जाता है ,उनकी मेहनत का पैसा उन्हें नहीं मिलता है ।फ़र्ज़ी प्रडक्शन हाउस बनाकर उनका पैसा डूबा दिया जाता है ।
पूरे उत्तरप्रदेश में कोऑर्डिनेटर और लाइन प्रडूसर का माफिया राज है ।उनके हिस्से का पैसा ये ज़्यादा खा जाते है ।सिर्फ़ 200 व 300 में यह जून्यर कलाकारों से काम करवाया जाता है और बाक़ी मज़दूरों को भी कम पगार दिया जाता ।सभी लोग जो सेट पर उनसे अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता है ।
सबसे बड़ी परेशानी यहाँ ये है की इनकी कोई पहचान नहीं होती की ये फ़िल्म इंडस्ट्री में काम करते है ।
जौनपुर में कुछ दिन पहेले एक भोजपुरी शूटिंग के दौरान पूरी शूटिंग सेट पर हमला किया गया ,जिसमें अभिनेत्री और कुछ लोग घायल हो गए ।
आने वाले विधानसभा में हम ये मुद्दे को उठाएँगे और सरकार से माँग करेंगे की फ़िल्म इंडस्ट्री को उद्योग का दर्जा दिया जाए और सेट पर फ़िल्म मज़दूरों और कलाकारों जो हमला हुआ इसकी जाँच की जाए ।