सड़क पर आ गई अस्थायी सब्जी मंडी

भोपाल। कोविड काल के दौरान शहर से विस्थापित हुई करोंद मंडी ने अपने अस्थाई ठिकाने को लेकर भी बदलाव झेल रही है। कुछ दिनों पहले तक एक बड़े मैदान में खुद को समेटे हुए ये अस्थाई मंडी मुख्य सड़क पर आकर बिखर गई है। खेत, प्लॉट, घरों के मालिक अपनी जगह पर बैठने के नाम पर चौथ वसूली करने लगे हैं तो मुख्य मार्ग पर वाहनों की आवाजाही के बीच खरीदारों और बेचवालों का जमघट हादसे के हालात भी बना रहा है।

कोविड के दूसरे चरण की शुरआत के साथ ही करोंद मंडी को शहर निकाला मिल गया था। अस्थाई तौर पर इसको ईंट खेड़ी स्थित एक बड़े प्लॉट पर पैर रखने की जगह मिल गई थी। लेकिन कुछ ही दिनों में यहां विवादों ने घर कर लिया। सोशल डिस्टेंस और कोविड नियमों के उल्लंघन से शुरू हुआ मामला यहां होने लगी अवैध वसूली तक पहुंच गया। जिसके बाद प्लॉट मालिक ने पुलिस के हस्तक्षेप से अस्थाई मंडी को विस्थापित कर दिया।

अब आ गए सड़कों पर, नए विवाद की शुरुआत

ईंट खेड़ी के प्लॉट से हटाए जाने के बाद सब्जी, फल आदि के सैकड़ों दुकानें बिखरकर भोपाल बैरसिया मुख्य मार्ग पर आ गई हैं। देर रात से शुरू होकर अल सुबह तक होने वाली बेचवालों और खरीदारों की रेलमपेल अब सड़क पर होने लगी है। हर रात यहां सड़क किनारे लगने वाली सैंकड़ों दुकानें, इन पर लगने वाला हजारों लोगों का मजमा और मुख्य मार्ग से गुजरने वाले भारी वाहन हर समय किसी हादसे की संभनाएं लिए खड़े रहते हैं।

…यहां भी वसूली के हालात

ईंट खेड़ी से ब्रिज पर से होते हुए नबी बाग तक सड़क के किनारे खेत, फॉर्म हाउस, मकान, दुकान आदि स्थित हैं। इनके सामने जमने वाले सब्जी खरीदी बिक्री के मजमे से जमींदारों ने कमाई के रास्ते निकाल लिए हैं। सूत्रों का कहना है कि यहां जमीन मालिक अपनी जगह पर दुकान लगाने के बदले पांच गुणित पांच की जमीन का किराया 100 रुपए प्रति रात वसूल कर रहे हैं। पैसे की इस वसूली को लेकर हर रात यहां विवाद के हालात बनने लगे हैं।

फिर उडऩे लगी नियमों की धज्जियां

सूत्रों का कहना है कि हर रात बैरसिया मुख्य मार्ग पर लगने वाले जमावड़े के बीच सोशल डिस्टेंस, मास्क के उपयोग और ष्टश1द्बस्र नियमों की धज्जियां उड़ती दिखाई देने लगी हैं। हालांकि क्षेत्रीय पुलिस थाना द्वारा कोविड नियमों के पालन के लिए लगातार चेतावनी भी दी जा रही है और लोगों को समझाइश भी दी जा रही है।

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