पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. इस अंक में पंजाब, गोवा और मणिपुर की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का भविष्य टैरो कार्ड के माध्यम से पेश किया जा रहा है. अगले अंक में हम उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड और प्रमुख राष्ट्रीय नेताओं का भविष्य बताएंगे. अलंकृता मानवी
पंजाब
प्रकाश सिंह बादल : इस कार्ड को शुद्धोधन कार्ड कहते हैं. ये कार्ड लिमिटेशंस बता रहा है, जैसे शुद्धोधन ने सिद्धार्थ को एक सीमा के भीतर बांध कर रखा था. ठीक वैसे ही प्रकाश सिंह बादल भी एक सीमित दायरे में बंधे रह गए. अगर वे इस दायरे को विस्तार देते, तो शायद ठीक से सरकार चला पाते. लेकिन, राजा बने रहने की चाहत में वे ऐसा नहीं कर पाए. इनका दूसरा कार्ड है, मिसफॉर्च्यून कार्ड. इस कार्ड के मुताबिक इस चुनाव में उनका पूरा सिस्टम चेंज हो जाएगा. यह चुनाव उनके लिए फायदेमंद नहीं होने जा रहा है.
सुखबीर सिंह बादल : इनके कार्ड का नाम है, पिग कार्ड. यह एक नकारात्मक कार्ड है. ये अपनी मस्ती में रहते हैं. इन्हें कोई सही सलाह नहीं मिलती है. इनके आस-पास नकारात्मक ऊर्जा भरी हुई है. जाहिर है, राज्य में फैले ड्रग्स के रैकेट के लिए भी यही नकारात्मक ऊर्जा जिम्मेवार है. इस कार्ड के मुताबिक, सुखबीर सिंह हाल-फिलहाल मुख्यमंत्री तो नहीं ही बन पाएंगे.
कैप्टन अमरिन्दर सिंह : इनका कार्ड फिलिंग कार्ड है. ये काफी सचेत है. चुनाव को ले कर इन्हें भावनात्मक समस्या आ रही है. इनका एक कार्ड और भी है, जो न्यूट्रल कार्ड है, यानी आगे इनकी छवि में सुधार भी आएगा, लेकिन इन्हें इसके लिए मेहनत करनी पड़ेगी. इनमें भय की भावना हावी है, काफी बोझ तले दबा महसूस करते हैं. हालांकि इन सब में आगे सुधार आएगा. मुख्यमंत्री पद की बात करें, तो कह सकते हैं कि इनके अवसर सकारात्मक हैं, लेकिन इसके लिए इन्हें बाहर से सहयोग की जरूरत है.
अरविंद केजरीवाल : इनका कार्ड क्रिएटिविटी कार्ड है. चुनाव में जिस तरह से ये मेहनत कर रहे हैं, उससे इन्हें लोकप्रियता तो मिल रही है, लेकिन इनका एक कार्ड लिमिटेशन कार्ड भी है. लिमिटेशन कार्ड बताता है कि जैसा परिणाम ये सोच रहे हैं, वैसा होगा नहीं. इनका एक और कार्ड आया है, जिसमें एक व्यक्ति अपना नब्ज दिखा रहा है. यह कार्ड बताता है कि इनके स्वास्थ्य में कमी आएगी. इनके लिए स्पष्ट जीत के आसार नहीं दिखते. पंजाब की बात करें, तो यहां गठबंधन सरकार के आसार अधिक दिख रहे हैं.
नवजोत सिंह सिद्धू : इनके कार्ड का नाम है डाउनफॉल कार्ड. इनमें भय की भावना काफी अधिक थी. इनका एक कार्ड न्यूट्रल भी है, जो बताता है कि आगे कोई बहुत अच्छा नहीं होने जा रहा है. जो परिणाम वे चाहते हैं, उन्हें नहीं मिलेगा. राजनीति के लिए इनका कार्ड भिक्षु कार्ड है, जो बताता है कि राजनीति में उनके लिए उदासीनता की स्थिति ही रहेगी.
गोवा
मनोहर पर्रिकर : इनके कार्ड का नाम है, जस्टिस कार्ड. इस कार्ड के मुताबिक वे जितना अच्छा काम करेंगे उतना ही अच्छा परिणाम मिलेगा. इनका एक कार्ड न्यूट्रल कार्ड है. इसका अर्थ है कि ये चुनाव इनके लिए एक लर्निंग (सीख) साबित होगी.
अरविंद केजरीवाल : इनका जो कार्ड है वो डाउनफॉल और लिमिटेशन दिखाता है. इसका अर्थ है कि केजरीवाल गोवा में उतना बेहतर नहीं कर पाएंगे, जितना उन्होंने सोचा होगा.
लक्ष्मीकांत पारसेकर : इनके कार्ड का नाम है, मदर कार्ड और विश कार्ड. इस कार्ड के मुताबिक इनका भविष्य काफी उज्ज्वल है. संभव है कि इस चुनाव के बाद उनकी इच्छाएं पूरी हो जाए. इस लिहाज से देखें तो इस चुनाव में इनका भविष्य काफी उज्ज्वल दिख रहा है.
मणिपुर
इरोम शर्मिला : इनके कार्ड का नाम है, तारा कार्ड. इस कार्ड के मुताबिक अगर इरोम शर्मिला सत्ता में आती हैं, तो मणिपुर में एक नया दौर आएगा.
ओक्रम इबोबी सिंह : इनके कार्ड का नाम है सिक्स ऑफ डबल वज्र कार्ड. यह एक अच्छा कार्ड है. यह कार्ड बताता है कि सकारात्मक ऊर्जा इनकी मदद कर रहा है और ये चुनाव में अच्छा करेंगे.
भाबानंद सिंह : इनके नाम से जो कार्ड आया है, उसका नाम है फाइव ऑफ ज्वेल्स कार्ड. यह कार्ड बताता है कि अभी तो नहीं, लेकिन आगे इस पार्टी का मणिपुर में भविष्य अच्छा है.
–लेखिका मशहूर टैरो कार्ड रीडर हैं. आप भी अगर टैरो कार्ड के ज़रिए अपना भविष्य जानना चाहते हैं, तो संपर्क करें 9717002199