डेढ़ महीने से सियासत से दूरी बनाए तेजप्रताप यादव ने लोकसभा चुनाव में सक्रिय रहने के संकेत दिए हैं. रविवार को वह अचानक राजद के प्रदेश कार्यालय पहुंच गए. तेजप्रताप ने लालू प्रसाद का कमरा खुलवाया और वहां रखी उनकी कुर्सी पर बैठ गए. गौरलतब है कि कुछ दिन पहले से ही उस कमरे को सजाया संवारा जा रहा था और बताया जा रहा था लालू प्रसाद की कुर्सी पर पूरी तैयारी के साथ तेजस्वी यादव को बिठाया जाएगा. लेकिन तेजप्रताप ने उस कुर्सी पर खुद बैठ यह संकेत दे दिया है कि सब कुछ इतना आसान नहीं है जितना पार्टी के लोग सोचते हैं.
लड़ाई भाजपा व आरएसएस से
तेजप्रताप यादव ने साफ किया कि उनकी लड़ाई नीतीश कुमार से नहीं बल्कि भाजपा और आरएसएस के खिलाफ है. तेजप्रताप ने कहा कि वह भाजपा का समूल नाश कर देंगे. उन्होंने कहा कि तेजस्वी को उनका पूरा सहयोग है. बिना कृष्ण के अर्जून सफल नहीं हो सकता है. तेजप्रताप ने ऐलान किया कि वह गांधी मैदान में एक बड़ी रैली करेंगे जिसमें राहुल गांधी सहित विपक्ष के सभी बड़े नेताओं को आमंत्रित करेंगे.
तलाक पर नहीं बोले तेजप्रताप
ऐश्वर्या से तलाक के मामले में तेजप्रताप कुछ नहीं बोले. बस इतना कहा कि मामला कोर्ट में है और जो बोलेंगे कोर्ट में ही बोलेंगे. उन्होंने कहा कि वह अपनी मां के निवास पर फिलहाल नहीं जाऐंगे. सरकारी बंगले की मांग सरकार से कर रखी है पर अभी तक उन्हें बंगला आवंटित नहीं हुआ है. नीतीश कुमार से भी बात करने की कोशिश कर रहा हूं पर अब तक बात नहीं हो पाई है.