नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पक्ष में बयान दे रहे कांग्रेसी नेताओं पर खूब गरजे। उन्होंने कहा कि वे उस दिन कहां थे, जब नीतीश कुमार भाजपा के साथ चले गए थे। महागठबंधन को नीतीश कुमार की जरूरत नहीं है। क्या गारंटी है कि वह हमारे वोट से जीतने के बाद फिर भाजपा के साथ नहीं जाएंगे। तेजस्वी ने कांगे्रस नेताओं से कहा कि जब नीतीश खुद कुछ नहीं बोल रहे हैं तो हमलोग को भी उनकी चर्चा नहीं करनी चाहिए।
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार नेतृत्व छोड़े तो जदयू को समर्थन देने पर विचार होगा। लालू प्रसाद ने बहुत त्याग किया, अब नीतीश कुमार भी त्याग करें, राजनीति से रिटायरमेंट लें। महागठबंधन छोड़ने वक्त नीतीश ने कहा था कि बिहार के विकास के लिए जा रहे हैं। तो क्या विकास हो गया ? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार की जनता के साथ धोखा किया है। इसके लिए जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।
तेजस्वी ने दावा किया कि भाजपा चुनाव के ठीक पहले जदयू का साथ छोड़ देगी। उन्होंने कहा कि राजद ने अररिया, जोकीहाट और जहानाबाद सीटों को अपने बूते जीता है। राजद, कांग्रेस और हम का गठबंधन भाजपा-जदयू को हराने में सक्षम है। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार भी एक-दो साल के लिए मुख्यमंत्री बनने का आॅफर देंगे तो वह उसे ठुकरा देंगे। मुझे किसी व्यक्ति की कृपा से नहीं, जनता के आर्शीवाद से मुख्यमंत्री बनना है। 2020 में नही ंतो 2025 में या 30-35 तक तो बन ही जाएंगे। मुझे सीएम बनने की जल्दी नहीं है। इसके लिए पूरी उम्र बाकी है।