नई दिल्ली, (राज लक्ष्मी मल्ल) : देश की पहली हाईस्पीड ट्रेन तेजस को लेकर एक शर्मनाम मामला सामने आया हैं. 24 मई को तेजस को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हरी झंडी दिखा दी, जिसके बाद ट्रेन अपने रफ्तार से मुंबई के छत्रपति शिवाजी स्टेशन से गोवा के लिए दौड़ लगाने लगी लेकिन पहले ही दिन ट्रेन में सफ़र कर रहे यात्रियों ने कुछ ऐसा कर दिया जो सुनने में भी अजीब लगेगा.
रेल अधिकारियों का कहना हैं कि यात्रा के पहले दिन ही लोगों ने प्रशासन की ओर से दी गई हेडफोन्स चुरा कर ले गए. हेडफोन्स चुरा तो चुराया लेकिन यात्रियों में इतना इन्रेसोंसिवल हो गये कि सीट के पीछ लगी स्क्रीन्स पर स्क्रैच सीट मारकर चले गए.
आपको बता दें तेजस सभी सुख -सुविधाओं से लेस थी. जिस वजह से लोगों के इंटरटेनमेंट के लिए सीट के पीछ स्क्रीन्स म्यूजिक सुनने के लगाई गई थी और साथ ही हेडफोन्स भी दिए गए थे.
बता दें कि 24 मई को तेजस मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस से सुबह पांच बजे चलकर उसी दिन दोपहर डेढ़ बजे गोवा के करमाली पहुंची. वहीं करमाली से तेजस दोपहर ढाई बजे रवाना होकर रात ग्यारह बजे मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पहुंची.
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों को हेडफॉन्स देने से पहले बता दिया गया था कि वे इसे वापस कर दें, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मुंबई मिरर की खबर के मुताबिक जब ये पूछा गया कि हेडफोन्स की कोस्ट क्या है, तो बताया गया है कि वह ज्यादा महंगी नहीं हैं. प्रशासन ने बताया कि तेजस की सबसे सस्ती टिकट 1,185 रुपये है और सबसे महंगी 2,740 रुपये है.