लालू प्रसाद के बड़े सुपुत्र तेजप्रताप यादव ने चर्चा में रहने की कला बखूबी सीख ली है. गाहे बगाहे तेजप्रताप कुछ ऐसा बोल जाते हैं जो उन्हें सुर्खियों में ले आती है.
ताजा उदाहरण तेजप्रताप के कांग्रेस के लिए दिए बयान का है. जहां एक ओर यह कयास लगाए जा रहे हैं महागठबंधन में कांग्रेस को कट टू साइज किया जा रहा है वहीं तेजप्रताप ने यह कहकर कांग्रेस की हिम्मत में कुछ इजाफा कर दिया कि उनकी इच्छा कांग्रेस की गांघी मैदान की रैली में भाग लेने की है.
तेजप्रताप के इस बयान के बाद कांग्रेस पर महागठबंधन की सख्ती के प्रयासों को झटका लगा है. कांग्रेस अपनी इस रैली को विपक्षी एकता का बड़ा मंच बनाना चाहती है. साफ कहें तो बिहार कांग्रेस चाहती है कि इस रैली से ममता बनर्जी की रैली और मायावती और अखिलेश के कांग्रेस के प्रति तंग नजरिये का माकूल जबाव दे दिया जाए.
महागठबंधन की ओर से तेजप्रताप ऐसे पहले नेता हैं जिन्होंने कांग्रेस की रैली में भाग लेने का सार्वजनिक बयान दिया है. कांग्रेस इस मौके को पूरी तरह भूनाना चाहती है और कोशिश में है कि दूसरे नेता भी आगे आकर इसकी सार्वजनिक घोषणा करें.