मुजफ्फरपुर के शेल्टर होम में 34 लड़कियों के रेप के मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मुजफ्फरपुर शेल्टर रेप केस को लेकर एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने नीतीश कुमार से कई सवाल किए हैं। यह पत्र दो पन्नों का है जिसमें स्वाति ने नितीश पर सवालों की बौछार इस केस से जुड़े हुए कई अहम सवाल पूछे हैं.
स्वाति मालीवाल ने लिखा है कि नीतीश कुमार जी, सर आज फिर मैं रात में ठीक तरह से सो नही पाई. बालिका गृह की बेटियों की चीखें मुझे कई दिनों से सोने नहीं देती. उनके दर्द के सामने पूरे देश का सर शर्म से झुक गया है. मैं चाह कर भी उस दर्द को अपने आप से अलग नही कर पा रही हूँ और इसलिए आपको यह पत्र लिख रही हूँ. मैं जानती हूँ कि बिहार मेरे कार्यक्षेत्र में नहीं आता, पर देश की एक महिला होने के नाते मैं ये पत्र लिख रही हूँ. आशा है आप मेरा यह पत्र जरूर पढेंगे.
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मुजफ्फरपुर की कहानी शायद इस दुनिया की सबसे भयावह कहानियों में से एक हैं। यहां कम से कम 34 लड़कियों के साथ बार-बार रेप किया गया और कुछ का मर्डर कर के बालिका गृह में ही दफना दिया गया। लड़कियां सिर्फ सात से 14 साल की थीं और अधिकतर अनाथ थीं किस तरह‘स्वयं सेवी संगठन का मालिक ब्रजेश ठाकुर नाम का हैवान एवं कई अफसर और नेता रोज रात में उनके साथ दुष्कर्म करते थे.
मुझे बहुत दुख है कि आपकी सरकार ने तीन महीने तक इस रिपोर्ट पर कोई एक्शन नहीं लिया. मैं बार-बार यह सोच कर परेशान हो रही हूँ कि उन लड़कियों का अब क्या हाल है. जिस सरकार द्वारा उन्हें न्याय नही मिला, क्या वह सरकार उनका अब ख्याल रखने में सक्षम है, क्या अब उनके बेहतर भविष्य के लिए कोई कार्य हो रहा है, क्या उनको एक अच्छे स्कूल भेजा जाना शुरू हो गया है.
उनके खाने-पीने, खेलने-कूदने के बेहतर प्रबन्धन हुए हैं, क्या उन्हें मनोचिकित्सक की मदद दी जा रही है, क्या उनका स्वास्थ्य अब बेहतर है, क्या उनके आस-पास का वातावरण अब सुरक्षित और खुशहाल है, क्या उनको अपने बयान बदलने के लिए कोई दबाव तो नही बना रहा है. बिहार सरकार इन लड़कियों के हित में क्या कदम उठा रही है, उन लड़कियों के बेहतर कल के लिए मैं और हमारा पूरा आयोग अपनी पूरी जान लगाने के लिए तैयार हैं और हर मदद के लिए तैयार हैं. देश में हम जैसे लाखों लोग उन बच्चियों की मदद करना चाहते हैं. मैं आपके जवाब का इंतजार करूंगी.