आजके सभी अखबारों की लिडिंग न्यूज है कि “पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सौ से अधिक लोगों को देशभर में, एन आई ए तथा एटीएस ने गिरफ्तार किया है !” मैं पिछले पैतिस सालों से भी अधिक समय से, आतंकवाद तथा सांप्रदायिकता के मुद्दे पर, काम कर रहा हूँ !

मैंने 6 अप्रैल 2006 के नांदेड बॉम्बविस्फोट (नांदेड आर एस एस के कार्यकर्ता लक्ष्मण राजकोंडावार के पाटबंधारे नगर स्थित मकान में चल रहे बम बनाने की जगह ! ) की दुसरेही दिन पहुंच कर जांच की है ! वैसे ई 1 जून 2006 को महाल स्थित, नागपुर आर एस एस के मुख्यालय के पास हुए ! तथाकथित फिदायीन हमले में, चार लोगों को नागपुर पुलिस ने मुठभेड़ में मारने की घटना की जांच की है !


वैसे ही 2008 के दोनों बार के, मालेगाव बम विस्फोटों की भी जांच की है ! और दिल्ली के बटला हाऊस, आजमगढ़-आतंकगढ, मुंबई 26/11,और हैदराबाद की मक्का मस्जिद, गुजरात के डांग जिले में 2004 में, आसिमानंद के कामों को लेकर (शबरी कुंभ मेळा), गोवा स्थित, रामनाथी के सनातन संस्था के मुख्यालय में ! आधा दिन रहकर( 2010 के) जुलाई माह में !
और कलसे गिरफ्तार किए जा रहे ! पॉप्युलर फ्रंट अॉफ इंडिया के लोगों द्वारा पुट्टूपुझा कालडी के पास, केरल के एक प्रोफेसर के हाथ तोड़ने की घटना की भी जांच केरल जाकर की है ! और 2016 के अक्तूबर में बंगाल विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद के, बर्धमान ब्लॉस्ट की ! शहर में खगरागढ, और सिमुलिया नाम के देहात में चल रहे ! एक लडकियो के मदरसा की भी जांच की है !
और महाराष्ट्र के दिग्रस, विडूळ (उमरखेड तालुका) सभी यवतमाळ जिला ! और इसके अलावा धुलीया, अचलपूर, भागलपुर, मुंबई, गुजरात, और लगभग तीस साल के भीतर सौ के आसपास की दंगों से लेकर, आतंकवादी घटनाओं की जांच-पड़ताल करने के अनुभवों के आधार पर ! आजके अखबार में पॉप्युलर फ्रंट अॉफ इंडिया के 106 लोगों को ! एन आई ए ने गिरफ्तार करने की खबरों को पढकर, मुझे लगता है कि ! भारत के वर्तमान समय की सरकार ने ! सिर्फ भारत के अल्पसंख्यक समुदायों को ! जिसमें मुख्य रूप से, मुस्लिम समुदाय और सिखों को लक्ष्य बनाकर ! उनके खिलाफ कार्रवाई करने की तत्परता ! और आर एस एस से लेकर सनातन संस्था, अभिनव भारत और हिंदु वाहिनी, बजरंग दल तथा दुर्गा वाहीनी और तथाकथित गोरक्षको के उपर क्या कारवाई कर रहे हैं ?


मैने पैतिस सालों में किए हुए ! जांच-पड़ताल में ! हिंदुत्ववादीयो से लेकर, इस्लामी आतंकवाद के संबंध में, जिनका उल्लेख किया जाता है ! उनकी भी जांच पड़ताल करने की कोशिश का, उल्लेख किया है ! यहां तक कि कि इराक में ! 2015 के दिसंबर में, अबू बक्र अल बगदादी के इसीस का अस्तित्व, जमीन के उपर आने के पहले ही ! मै एक सप्ताह बगदाद, नजफ और कर्बला का निरिक्षण करके आया हूँ ! और पोलिटिकल इस्लाम के उपर भारत में कम-से-कम एक दर्जन से अधिक, जगहों पर बोला हूँ ! और लिखा भी हूँ !


इतना तफ़सील देने का एकमात्र कारण ! मुझे एकतरफा बोलने – लिखने का आरोप का, सामना करना पडता है ! और आज की पोस्ट से पुनः वहीं आरोप लगाया जा सकता है ! अगर पॉप्युलर फ्रंट अॉफ इंडिया ! किसी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है ! तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ! मेरी तरफ से कोई भी आपत्ति नहीं है !
लेकिन सिर्फ किसी मुस्लिम संगठनों के उपर ही यह कारवाई क्यों ? क्योंकि डॉ. नरेंद्र दाभोळकर से लेकर प्रोफेसर कलबुर्गी, एडवोकेट गोविंद पानसरेजी तथा बंगलुरू की गौरी लंकेश की हत्या दिनदहाड़े करने वाले संघठन ! सनातन संस्था के साथ क्या कारवाई हुई ? वैसे ही नांदेड़ से लेकर मालेगांव, समझौता एक्स्प्रेस, मक्का मस्जिदों के बॉम्बविस्फोट के आभिनव भारत के, आरोपियों के खिलाफ, कार्रवाई तो बहुत दूर की बात है ! उन्हें भारत की कानून बनाने वाले, सर्वोच्च सभागृह के सदस्य बनाकर ! देश की रक्षा विभागों की संसदीय समितियों के सदस्यों के रूप में ! बहाल करने की कृती को क्या कहेंगे ? क्या सचमुच वर्तमान समय के सरकार की नियत और नितियो को देखते हुए, ऐसा नहीं लगता है ? कि यह सरकार अल्पसंख्यक समुदायों के मस्जिदों में अपने सर्वोच्च नेता को भेज कर ! उसी समय देशभर में एक मुस्लिम समुदाय के लोगों के संघटन के लोगों को गिरफ्तार करने का कौनसा औचित्य है ?
वर्तमान सत्ताधारी दल के कई नेताओं ने ! “कहा कि आतंकवादी का कोई धर्म नहीं होता है ! वह सिर्फ आतंकवादी होता है !” तो फिर सनातन संस्था से लेकर ! अभिनव भारत और रहा सवाल मिलिट्री ट्रेनिंग का ! तो गत सौ साल से, आर एस एस अपनी शाखाओं में ! क्या सिर्फ गुल्ली दंडा सिखाने का काम करते हैं ? विजया दशमी याने दशहरे के दिन जगह – जगह हाथों में सिर्फ लाठी – काठी नही ! आधुनिक हथियारों की परेड के फोटो मौजूद हैं !


अगर पॉप्युलर फ्रंट अॉफ इंडिया, कोई आर्मी के तर्ज पर मैदानों में ड्रिल करने की बात ! गत कुछ दिनों से टीवी चैनलों के द्वारा ! लगातार दिखाया जा रहा है ! तो संघ परिवार अपने शाखाओं से लेकर दशहरे के दिन जो प्रदर्शन करते हैं ! और संघ प्रमुख मोहन भागवत का दावा है कि ! “सिमा से सेना को हटा दिजीए संघ के स्वयंसेवक दो दिन में भारत की सुरक्षा का दायित्व निभाने के लिए तैयार है !” यह आत्मविश्वास कहाँ से आता है ? बगैर आर्म्स ट्रेनिंग से ?
और डॉ बी जी मुंजे द्वारा स्थापित नागपुर-नासिक में, सौ सालों से अधिक समय से चल रहे ! भोसला मिलिटरी स्कूलों में कौन-सा ट्रेनिंग दिया जाता है ? और वह लोग आगे कहा जाते हैं ? और कौन सी गतिविधियों में भाग लेते हैं ? इन सभी सवालों का जवाब संघ और संघ की राजनीतिक ईकाई बीजेपी ! जो वर्तमान समय में भारत की सत्ताधारी पार्टी को पुछ रहा हूँ !

DangsReport3jan2006

A report on bomb blast at the house of prominent RSS activist

https://www.milligazette.com/dailyupdate/2006/20060618_rss_nagpur_facts.htm

https://www.milligazette.com/news/4-national/11459-fact-finding-report-on-burdwan-bomb-blast/

https://www.rediff.com/news/2008/nov/14inter-dont-fight-terror-on-basis-of-religion.htm

https://www.sabrangindia.in/tags/suresh-khairnar-peoples%E2%80%99-union-civil-liberties-pucl

https://www.citizen-news.org/2011/02/unbiased-and-independent-inquiry.html?m=1

डॉ सुरेश खैरनार 23 सितंबर 2022, नागपुर

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