
गौरतलब है कि अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआइ) की रिपोर्ट में भी हत्या का कारण बने जहर का पता नहीं चला था. इसके बाद जांच शव का पोस्टमार्टम करने वाले एम्स के मेडिकल बोर्ड को सौंपी गई थी. इसका भी कोई परिणाम नहीं आया, तो फिर मार्च 2016 में एसआइटी ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखकर नया मेडिकल बोर्ड बनाने की मांग की थी. इस मेडिकल बोर्ड में दिल्ली, चंडीगढ़ और पुडुचेरी के चार डॉक्टर हैं.
इस मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में भी मौत के कारणों से पर्दा नहीं हटने के बाद एसआईटी अब सुनंदा के बीबीएम से आगे की जांच करेगी. एक अमेरिकी अदालत ने ब्लैकबेरी मोबाइल के चैट को वापस लाने को कहा है. मौत के बाद सुनंदा के बीबीएम चैट डिलीट पाए गए थे. इस संबंध में अहमदाबाद की एक लैब से सुनंदा के लैपटॉप की फोरेंसिक रिपोर्ट भी आनी है.
Adv from Sponsors