स्वदेशी तकनीक से निर्मित सब-सोनिक क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ का आज सफलता पूर्वक परीक्षण किया गया है. जो बिना भटके अपने लक्ष्य को भेदने में सक्षम है. ‘निर्भय’ के सेना बड़े में शामिल होते ही फ़ौज की मारक क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान, चीन सहित दुनिया के कई देश इस मिसाइल की जद में है. जो पलक झपकते ही दुश्मन के ठिकाने को नेस्तानाबूद कर सकती है.
डीआरडीओ के मुताबिक ‘निर्भय’ 1000 किलोमीटर तक यह मिसाइल मार करने में पूरी तरह सक्षम है. जो 200 से 300 किलोग्राम तक की आयुध सामग्री आसानी से ले जा सकती है.
आज सुबह ओडिशा के समुद्री तट पर इसका परिक्षण किया गया. जो कामयाब रहा. सबसे पहले 2 मार्च 2013 को ‘निर्भय का पहला परिक्षण किया गया था. जो तकनीकी कारणों से कामयाब नहीं हो पाया था. क्योकि कुछ तकनीकी वजहों से मिसाइल ने काम करना बंद कर दिया था. इसके बाद 17 अक्तूबर 2014 दूसरा परीक्षण किया गया जो सफल रहा था. जबकि तीसरे परिक्षण में वैज्ञानिकों को एक बार नीर निराश होना पड़ा था क्योंकि 16 अक्तूबर 2015 को हुए परीक्षण में128 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद मिसाइल अपने रास्ते से भटक गई थी. जिसके बाद 21 दिसंबर 2016 को फिर एक बार ‘निर्भय’ का परिक्षण किया गया. जो कामयाब नहीं हो पाया था. लेकिन वैज्ञानिकों नेहार नहीं मानी.नवंबर 2017 में इस मिसाइल का फिर एक बार परीक्षण हुआ जो सफल रहा.
गौरतलब है कि ‘निर्भय’ मिसाइल को भारतीय तकनीक से बनाया गया है, जिसकी डिजाईन भी डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने ही तैयार की है.