भोपाल। प्लास्टिक मनी के भरोसे खाली जेब घर से निकल पड़ने वालों के लिए मुश्किल हालात बने हुए हैं। राजधानी के अधिकांश सरकारी बैंक एटीएम नोटों से खाली दिखाई देते हैं तो कई आउट ऑफ सर्विस का नारा बुलंद किए नजर आते हैं। संबंधित बैंकों की अनदेखी का असर ये है ज्यादातर एटीएम गंदगी से भरे पड़े हैं और कई में खाना बदोश लोगों ने अपना आशियाना बना लिया है।

पुराने शहर के अधिकांश एटीएम इन्हीं हालात से भरे दिखाई दे रहे हैं। भोपाल टाकीज, सिंधी कॉलोनी, डीआईजी बंगला चौराहा आदि पर कहने को एकसाथ एटीएम शृंखला मौजूद है। लेकिन इनमें मौजूद सरकारी बैंक एटीएम अधिकांश समय बंद होते हैं। छोटे नोटों की अनुपलब्धता का किस्सा यहां हमेशा बना रहता है। साथ ही देखरेख की कमी के चलते यहां हमेशा गंदगी के अंबार दिखाई देते हैं।

यहां खाना बदोशों का डेरा
सिंधी कॉलोनी और डीआईजी बंगला स्थित एटीएम श्रृंखला के आसपास लंबे समय से खाना बदोशों का डेरा लगा हुआ है। मर्द, औरतें और बच्चे अपनी पूरी गृहस्थी के समान के साथ एटीएम के आसपास ऐसे जमे हुए हैं कि कई बार एटीएम तक पहुंचना भी मुश्किल हो जाता है। अक्सर इन लोगों के आपस में होने वाले विवाद भी विकट स्थिति बना रहे हैं। नशे और अवैध गतिविधियों के आदी इन लोगों से किसी व्यक्ति की रकम लूट लिए जाने के खतरे भी बने हुए हैं।

हो जाती है मुश्किल
एटीएम के भरोसे बिना पैसा लिए घर से निकल आने वाले लोगों को अक्सर यहां वहां भटकने की मजबूरी बन जाती है। बाजार से कोई जरूरी खरीदी के लिए भी उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ जाता है।

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