भोपाल। राजधानी भोपाल में सख्ती से लॉक डाउन का पालन कराने की मंशा के साथ पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। बिना वजह घूमते पाए जाने वालों पर कार्यवाही की जा रही है। कार्यवाही के दौरान उन लोगों को भी नहीं बख्शा जा रहा है, जो बिना किसी वजह के घरों के बाहर बैठे या टहलते दिखाई दे रहे हैं।

 

31 मई की नई तारीख के साथ निरंतर किए गए लॉक डाउन के दौरान अब लोगों को घरों में रोकने के लिए प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाना शुरू कर दिया है। शहरभर में बैरिकेटिंग और जगह-जगह की जाने वाली चैकिंग के दौरान बिना उचित कारण लोगों को नहीं छोड़ा जा रहा है। इस दौरान वाहन के कागजात से लेकर ड्रायविंग लाइसेंस और हेलमेट पर भी सवाल किए जा रहे हैं। दवाओं से लेकर राशन और अन्य सामग्री के लिए घर से बाहर निकलने वालों को उचित कारण और इसके प्रमाण पुलिस को दिखाना पड़ रहे हैं।

घर के बाहर दिखे तो भी कार्यवाही

जहांगीराबाद जिंसी चौराहा के करीब की आबादी में रविवार रात सख्त कार्यवाही करते हुए पुलिस प्रशासन ने आधा दर्जन से ज्यादा लोगों पर कार्यवाही की है। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि घरों के बाहर टहलते या सड़कों पर टाइमपास खेल खेलते पाए गए थे। शहर के अन्य इलाकों में भी इसी तरह की कार्यवाही निरंतर जारी है। जिसका असर सोमवार की सुबह से ही शहर की सड़कों पर नजर आने लगा था।

जेब में लिए घूम रहे एक नया बहाना…

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेशभर में 31 मई तक सख्ती के साथ लॉक डाउन का पालन कराने के निर्देश के बाद पुलिस ने सख्ती जरूर शुरू की है, लेकिन सड़कों पर निकलने वाले हर व्यक्ति के पास एक तयशुदा बहाना मौजूद है। कोई अपने घर में किसी बीमार के लिए दवाओं की तलाश का नाम ले रहा है तो किसी की दौड़ का कारण काम की तलाश या राशन की जुगत है। कई लोग तो अटपटे जवाब देकर भी पुलिस के सब्र की परीक्षा लेते नजर आ रहे हैं।

बाजार बंद, सड़कें आबाद
शहरभर के अधिकांश बाजार बंद हैं, कारोबार भी कमोबेश बंद ही है। इसके बावजूद भी सड़कों पर लोगों की आवाजाही में कमी नहीं है। पुराने शहर से लेकर नए शहर तक की सड़कों पर लोगों की आवाजाही निर्बाध गति से जारी है।

शाम होते ही बंद हो जाते हैं रास्ते

सारादिन खुले एक तरफ से खुले रहने वाले बेरिकेट के रास्ते शाम होते ही बंद कर दिए जाते हैं। भोपाल टॉकीज, शाहजहांनाबाद थाना, सिंधी कालोनी, भारत टॉकीज, डीआईजी बंगला, इकबाल मैदान, रॉयल मार्केट जैसे कई स्थानों पर शाम को अपने घरों की तरफ जाने वालों को पुलिस से गुत्थम-गुत्था होना पड़ रहा है। उनके पास घरों तक जाने के लिए या तो संकरी गलियों का रास्ता बाकी रह जाता है या समय से पहले अपने घर पहुंच जाने का विकल्प।
इनका कहना है

लॉक डाउन का पालन कराने कई तरह की पाबंदियां, रोक, जांच के तरीके अपनाए जा रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी लोगों का घरों से निकलना और नियमों को तोडऩा उनके लिए कार्यवाही किए जाने का कारण बन रहा है।

Adv from Sponsors