बक्सर में शुक्रवार को समीक्षा रैली के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले पर हमला हो गया है. इस हमले के बाद जदयू ने तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जदयू नेता संजय सिंह ने कहा है कि तेजस्वी का बयान और स्टैंड यह दर्शाता है कि सीएम पर किए गए इस हमले में उनकी मिली भगत है। मुख्यमंत्री के काफिले पर हुए इस हमले को सुनियोजित बताया जा रहा है.
इस घटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाल-बाल बच गये हैं लेकिन उनकी सुरक्षा में लगाए गये एक थानेदार का सिर फूट गया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री अपनी विकास समीक्षा यात्रा के क्रम में डुमरांव प्रखंड के नंदन गांव गए थे। इसी दौरान गांव के अन्य टोले के लोगों ने मुख्यमंत्री के काफिले पर पथराव कर दिया। इस घटना में मुख्यमंत्री को चोट नहीं लगी। सुरक्षा में लगे कर्मियों ने मुख्यमंत्री को तत्काल वहां से सुरक्षित निकाल लिया। इस घटना की जांच के आदेश दी गये हैं साथ ही आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही जा रही है.
Read Also: पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के चेन्नई और दिल्ली स्थित ठिकानों पर ED का छापा
नंदर गांव वालों का आरोप है कि मुख्यमंत्री के सात निश्चय कार्यक्रम के तहत कोई भी काम उस गांव में नहीं हुआ था। इससे गांव वाले नाराज थे। पत्थरबाजी वाली जगह से करीब दो किलोमीटर दूर हरियाणा फर्म पर सीएम की सभा होनी थी। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है लेकिन उनकी सुरक्षा में लगाए गये 10 सुरक्षाकर्मी घायल हो गये है.