समाजवादी पार्टी में अब निर्णायक लड़ाई की तैयारी चल रही है. बात यहां तक बढ़ चुकी है कि अखिलेश चुनाव आयोग जाकर सपा के चुनाव चिह्न साइकल को जब्त करने की मांग कर सकते हैं. अखिलेश इस बार चुनाव आयोग जाकर अपनी नई पार्टी के चुनाव चिन्ह के लिए आवेदन तो करेंगे ही, साथ ही सपा के चुनाव चिह्न साइकल को जब्त करने की मांग भी करेंगे.
वहीं कांग्रेस के रणनीतिकार पूरे घटनाक्रम पर पैनी नजर रखे हैं. उन्हें उम्मीद है कि अखिलेश की छवि के सहारे यूपी चुनाव में सत्ता में वापसी की जा सकती है. वे अखिलेश की बगावत का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि कांग्रेस के कुछ नेताओं को लग रहा है कि अखिलेश अपनी मांगें मनवा लेने के बाद सपा में ही रह सकते हैं.
उन्होंने कड़ा रुख इसलिए अपनाया है ताकि चाचा शिवपाल यादव को मजबूर कर अपनी बात नेताजी से मनवाई जा सके. हालांकि अखिलेश के तेवर देखकर यह महसूस होता है कि उनकी आक्रामकता महज दिखावा नहीं है, बल्कि वे जल्द ही कोई स्टैंड लेने की तैयारी में हैं. वे अपना रास्ता अलग करने का मन बना चुके हैं.
वे अपनी स्वच्छ छवि के बूते चुनावी समर में उतरने की तैयारी में हैं. पार्टी के सूत्रों ने बताया कि सीएम ने नेताजी से कहा था कि आपको जो करना है मुझे करिए. मेरे लोगों को क्यों सजा दे रहे हैं?’ इसके जवाब में मुलायम ने सिर्फ इतना कहा कि हम देखेंगे. सीएम अपने लोगों के टिकट काटे जाने से आहत हैं.