प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड के चतरा लोकसभा क्षेत्र से नमो एप के जरिए कार्यकर्ताओं से रुबरु हुए और उनके तमाम सवालों का जवाब दिया. इतना ही नहीं वे सभी कार्यकर्ताओं से उन्होंने मुलाकात भी की.
इसके साथ ही जब राजकुमार साहु नाम के एक कार्यकर्ता का नबंर आया तब वे बेहद उत्साहित होकर खड़े हो गए और प्रधानमंत्री मोदी को अपना नाम बताते हुए कहा कि मेरा नाम राजकुमार है, तब फिर प्रधानमंत्री मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि आपका नाम राजकुमार है या फिर राजकुमार हैं, क्योंकि आज-कल राजकुमारों से डर लगता है. प्रधानमंत्री के बातों का जवाब देते हुए राजकुमार ने भी कहा कि मैं सोने के चम्मच वाला राजकुमार नहीं हूं.
प्रधानमंत्री के इस बयान से ऐसा मालूम पड़ता है कि वे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर इशारा कर रहे थें. मालूम हो कि वे कई मर्तबा चुनावी रैलियों के दौरान भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर राजकुमार और शहजादा कहकर तंज कस चुके हैं.
हालांकि मोदी का ये बयान अभी सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन चुका है कि आखिरकार उन्होंने ऐसा क्यों कहा कि राजकुमारों से बचकर रहना पड़ता है. फिलहाल अभी तो राजनीतिक विशलेषक इसे केवल राहुल गांधी पर चुटकी लेना ही कह रहे हैं.