हीरेंद्र झा, मुंबई। डीडी किसान पर पांच जुलाई से प्रसारित होने जा रहे सीरियल ‘आनंदी गांव की लाडली’ की कहानी बिहार के समस्तीपुर के गांव रोहुआ वारिसनगर की सच्ची कहानी पर आधारित है और इस सीरियल की नायिका ऋतु श्री की कहानी भी छोटे शहर से महानगरी मुंबई पहुंचने और फिर अपने मेहनत के बलबूते फ़िल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने की है।
ऋतु श्री बताती है कि वह किस तरह से झारखंड के छोटे से शहर रामगढ़ से फैशन डिजाइनर का कोर्स करने के लिए जयपुर पहुंची और वहां से इंटर्नशिप करने के लिए किस्मत मुम्बई बालाजी टेलीफिल्म तक पहुंचा दिया। वह बताती है कि इंटर्नशिप के दौरान ही उन्हें बालाजी टेलीफिल्म की सीरियल ‘चंद्रकांता’ में काम करने का मौका मिल गया और उसके साथ ही फिल्म और सीरियल से उनका नाता जुड़ गया।
ऋतु बताती है कि सीरियल ‘चंद्रकांता’ में किये गए उबके काम को लोगो ने नोटिस किया और इसके बाद उन्हें सीरियल ‘कुंडली भाग्य’, ‘सीआईडी’ के अलावा बड़े बजट की फ़िल्म ‘कुली नम्बर-1’ और ‘फौजी कॉलिंग’ फ़िल्म में काम करने का मौका मिला। इसके बाद तो किस्मत चल निकली। इस समय उनकी कई सीरियल ऑन एयर होने वाले है, जिनमे डीडी किसान पर पांच जुलाई से ‘आनंदी गांव की लाडली’ “का प्रसारण होने जा रहा है।
यह सीरियल बिहार के एक गांव की आनंदी की है जो अपने संघर्ष से गांव की अन्य औरतों की किस्मत बदल देती है। उन्हें आत्मनिर्भर बनाती है। ऋतु बताती है कि 52 एपिसोड वाले इस सीरियल के अलावा दो एक और प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इसके अलावा कुछ फिल्मों के लिए भी बातचीत चल रही है। फिल्मों में कैरियर बनाने में अपने माता पिता के सहयोग की सराहना करती है। वह कहती है कि अगर परिवार का साथ मिले तो लड़कियां भी लड़कों से कम नही है।