पटना के तारामंडल में सिल्क इंडिया एग्जीबिशन चल रहा है. यहां ड्रेसेज और साड़ियां महिलाओं को खूब पसंद आ रहीं हैं. साउथ के कॉर्टन की वेरायटी से लेकर देशभर की फैब्रिक की खरीदारी करने के ऑप्शंस यहां मौजूद हैं. प्रदर्शनी का आयोजन मैसूर की हस्तशिल्प संस्था की ओर से किया गया है. प्रदर्शनी के संयोजक टी अभिनंद ने बताया कि अलग-अलग राज्यों से आए बुनकर सिल्क की कुल 200 वेरायटी लेकर पहुंचे हैं. राजस्थान, भागलपुर, बनारस, दिल्ली, कश्मीर, लखनऊ के बुनकरों ने अपनी कला दिखाई है.एग्जीबिशन में कश्मीर से भी कई बुनकर आए हैं, जो कश्मीरी पश्मीना के उत्पादों से लोगों को आकर्षित कर रहे हैं.
हैदराबादी पटोला साड़ियां लुभा रही
हैदराबाद पटोला साड़ियां सबको अपनी ओर खींच रही हैं. ये साड़ियां करीब आठ महीने की मेहनत की बाद तैयार की जाती हैं और इनकी कीमत करीब 1 से 1.5 लाख तक की होती है. हैदराबाद के रमेश पटोला साड़ियों का कलेक्शन लेकर आए हैं. दूसरी ओर, आंध्र प्रदेश से आनंद कांजीवरम सिल्क की साड़ियां लेकर आए हैं. इनकी कीमत 2 से 3 लाख तक होती है.
एग्जीबिशन में कांजीवरम की साड़ियों की विस्तृत रेंज के अलावा सिल्क के एक से बढ़कर एक आइटम प्रदर्शनी में बिक्री के लिए उपलब्ध हैं. कांजीवुरम की दो लाख तक की साड़ी प्रदर्शनी में उपलब्ध है. प्रदर्शनी में मैसूर सिल्क साड़ियां, क्रेप और जार्जेट सिल्क, शिफॉन, तसर सिल्क,जूट सिल्क, ढाका सिल्क समेत दर्जनों सिल्क उत्पाद हैं.
2 दिसम्बर तक चलेगी प्रदर्शनी
शादी सीजन को देखते हुए खासकर महिलाओं के लिए हैवी ड्रेसेज उपलब्ध हैं, जिनमें देशभर के डिजाइनर के गाउन, लहंगा और सिल्क की साड़ियां हैं. इसके साथ ही मैचिंग के लिए ज्वेलरी और फूटवेयर भी शामिल हैं. यह प्रदर्शनी 23 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक चलेगी. एग्जीबिशन में सिल्क के 17 राज्यों के 75 से अधिक स्टॉल लगे हैं. फैब्रिक में इक्कत, कलमकारी, जयपुरी, पोचमपल्ली, मंगलगिरी, तसर, कांथा, खादी सिल्क, ब्लॉक, प्रिंट शामिल हैं.