कश्मीर और पाकिस्तान जैसे संवेदनशील राष्ट्रीय मामलों पर नवजोत सिंह सिद्धू के दो सलाहकारों के बयानों पर कड़ा नोटिस लेते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सिद्धू के इन सलाहकारों को ऐसी टिप्पणियों पर लताड़ते हुए कहा है कि वे अपनी सलाह और टिप्पणियां अपने प्रधान तक ही सीमित रखें। कैप्टन ने कहा कि ऐसी किसी भी टिप्पणी से बाज आएं जिससे पंजाब के साथ देश की अमन-शान्ति और स्थिरता के लिए खतरा पैदा हो सकता है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सिद्धू को भी अपने सलाहकारों को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान को सलाह देने तक सीमित रखने और उन मसलों पर ना बोलने के लिए कहा जिन संबंधी उनको या तो थोड़ा-बहुत पता है या फिर बिल्कुल ही कोई जानकारी नहीं है और उनको अपनी टिप्पणियों के निकलने वाले अर्थों की भी समझ नहीं है।
मुख्यमंत्री ने यह प्रतिक्रिया सिद्धू के सलाहकार डॉ. प्यारे लाल गर्ग द्वारा पाकिस्तान की निंदा करने पर उनको (कैप्टन अमरिन्दर सिंह) किए गए सवाल और इससे पहले कश्मीर संबंधी सिद्धू के दूसरे सलाहकार मालविन्दर सिंह माली की विवादास्पद बयानबाजी के संदर्भ में सामने आई है। इन दोनों को सिद्धू ने हाल ही में अपना सलाहकार नियुक्त किया है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने माली और गर्ग के विवादित बयानों पर कहा कि यह बयान पाकिस्तान और कश्मीर संबंधी भारत और कांग्रेस पार्टी की पोजीशन के बिल्कुल उलट हैं। उन्होंने पंजाब कांग्रेस के प्रधान को अपने सलाहकारों द्वारा भारत के हितों को और नुकसान पहुंचाने से पहले उन पर लगाम लगाने के लिए कहा।
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने माली पर निशाना साधते हुए कहा है कि ऐसे लोगों को सिर्फ पार्टी नहीं, बल्कि देश में रहने का भी कोई हक नहीं है।