भोपाल: मध्य प्रदेश के विंध्याचल की सीधी लोकसभा सीट पर अब-तक नहीं चली ट्रेन जिस वजह से जनता नाराज है। इस बार अधूरे वादों को भुनाने और अंतर्कलह से निपटने की चुनौती भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशियों के सामने बनी हुई है। यहां से भाजपा ने वर्तमान सांसद रीति पाठक तो कांग्रेस ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को मैदान में उतारा है।

अब-तक नहीं चली ट्रेन

सीधी में रेल लाइन तो है नहीं, लेकिन ढाई साल पहले 18 अक्टूबर 2016 को तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु यहां रेलवे स्टेशन का उद्घाटन कर गए थे, लेकिन जनता को आज तक ट्रेन नहीं मिली।

सिर्फ स्टेशन का फांउडेशन स्टोन ही डला है और स्टेशन का मॉडल जल्द मिलने की उम्मीद है। यही स्थिति सिंगरौली में बनने वाले हवाई अड्डे की है। यहां 29 अप्रैल को प्रदेश के पहले चरण का मतदान होना है और सबसे बड़ा मुद्दा रेलवे स्टेशन ही है (अब-तक नहीं चली ट्रेन) इस वजह से जनता नाराज है। कांग्रेस ने सीधी लोकसभा सीट पर 2007 में हुए उप चुनाव में जीत दर्ज की थी। उस दौरान मानिक शाह ने जीत दर्ज की थी। उसके बाद 2009 और 2014 में यहां से भाजपा जीतती रही।

वर्तमान सांसद रीति पाठक के सामने पार्टी के अंदरूनी कलह ने चुनौती खड़ी कर दी है। सिंगरौली के जिलाध्यक्ष कांतिदेव सिंह ने रीति को टिकट मिलते ही पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह को उन्हें मनाने के लिए लगाया गया था। भाजपा का कहना है कि वे मान गए हैं, लेकिन उनकी स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हुई है।

कुल मिलाकर बीजेपी की अंतरकलह कांग्रेस के लिए फायदेमंद हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ रेललाइन को लेकर नाराजगी भी कांग्रेस को ही सपोर्ट करती दिख रही है। ऐसे में बीजेपी को यहाँ ज्यादा मेहनत करनर की आवश्यकता है।

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